हर बाते में फुदकते रहते हैं…..झारखण्ड विधानसभा में आपस में उलझे दो मंत्री…

 

राँची।झारखण्ड विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान शुक्रवार को उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति बन गई, जब सत्तापक्ष के ही दो सदस्य आपस में उलझ गए और बहस करने लगे। यह घटना उस वक्त हुई जब स्वास्थ्य मंत्री एक कांग्रेस विधायक द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे, इसी दौरान संसदीय कार्यमंत्री ने बीच में खड़े होकर उन्हें ठीक से जवाब देने की सलाह दी तो स्वास्थ्य मंत्री को बुरा लग गया और उन्होंने कहा कि वे हर बात में फुदकने लगते हैं।

यह मामला झारखण्ड सरकार के दो मंत्रियों स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी और संसदीय कार्यमंत्री व नगर विकास विभाग मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू के बीच का है, जो कि आपस में बहस करने लगे। इस बीच सदन का माहौल पूरी तरह से गरमा गया।

दरअसल कार्यवाही के दौरान कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रदीप यादव ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी से सवाल पूछा था। इसके बाद जब इरफानअंसारी जवाब दे रहे थे तो नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू अचानक बीच में खड़े हो गए और कुछ कह दिया।

इसी बात पर अंसारी नाराज हो गए और उन्होंने उन पर कटाक्ष करते हुए कहा- ‘यह मेरा और प्रदीप जी का मामला था, लेकिन सोनू जी बहुत जानकार हैं, हर चीज में फुदकते रहते हैं।’हालांकि कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने भी समर्थन किया और कहा कि वे संसदीय कार्य की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

दरअसल प्रदीप यादव ने गोड्डा में नर्सिंग कॉलेज का मुद्दा उठाया था। इसका जवाब इरफान अंसारी ने दिया और कहा कि पांच बार विधायक बनने के बाद भी नर्सिंग कॉलेज नहीं बनवा सके। जवाब में प्रदीप यादव ने कहा कि सवाल ठीक से पढ़िए। गोड्डा में नर्सिंग कॉलेज बनकर तैयार है। सवाल पूछा है कि कब बना और वहां पढ़ाई कब से शुरू होगी।

यादव के सवाल का जवाब इरफान अंसारी तो नहीं दे सके, उल्टे उन्हीं से सवाल कर दिया कि आप ही बता दें कि कॉलेज कब बना था। इसी बीच प्रभारी संसदीय कार्यमंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि विषयों पर कटाक्ष करना ठीक नहीं है। सदन की मर्यादा का ध्यान रखा जाए। उनकी इस बात का कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने भी समर्थन किया और कहा कि वे संसदीय कार्यमंत्री की जिम्मेवारी निभा रहे हैं।

सुदिव्य की बात सुनकर मंत्री इरफान उनसे भिड़ गए। कहा कि यह मामला मेरे और प्रदीप यादव के बीच का है। लगता है कि मंत्री जी बहुत जानकार हो गए हैं। इसी बात पर मंत्री सुदिव्य ने कहा कि यह सदन किसी की व्यक्तिगत सम्पत्ति नहीं है। यह लोकाचार है और लोकाचार में माननीय मंत्रीजी अगर उचित नहीं कर रहे हैं तो रोका जाना चाहिए।

error: Content is protected !!