Ranchi:100 करोड़ से अधिक की फर्जी निकासी मामले में एसआईटी ने 37.18 लाख किया बरामद, एक और बैंक मैनेजर गिरफ्तार…

 

राँची।झारखण्ड ऊर्जा विभाग से 100 करोड़ से अधिक की फर्जी निकासी मामले में एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है।झारखण्ड एटीएस एसपी के नेतृत्व में एसआईटी की टीम ने कार्रवाई करते हुए 37.18 लाख रूपया बरामद किया है। इस मामले में राँची के ओबरिया रोड स्थित एकता नगर निवासी लोलस लकड़ा को गिरफ्तार किया है। एसआईटी की टीम ने इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक 1. 23 करोड़ रूपया नगद और 16.70 लाख के गहने बरामद किए हैं। इसके अलावा अभी तक 350 विभिन्न बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया है।

झारखण्ड सीआईडी की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि “झारखण्ड स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ईम्पलाइज मास्टर ट्रस्ट, अभियन्त्रण भवन, एच०ई०सी०, धुर्वा, राँची के वरीय प्रबंधक (वित्त एवं लेखा) के आवेदन पर दिनांक-04.10. 2024 को 56,50,00,000/- रूपये का फर्जी अकान्ट के द्वारा निकासी कर धोखाधड़ी करने के संबंध में सी०आई०डी० थाना काण्ड सं0-43/24 दिनांक-10.10.2024 धारा-318(4)/316(5)/338/336(3)/340(1)/340(2)/61(2)/111 (4) बी0एन0एस० दर्ज की गई थी। विदित हो कि महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड के द्वारा पूर्व में दर्ज सी०आई०डी० थाना काण्ड सं0-41/24 के अनुसंधान हेतु पुलिस अधीक्षक, आतंकवाद निरोधी दस्ता, झारखण्ड, राँची के अधीन गठित SIT को इस काण्ड के अतिरिक्त धोखाधड़ी से संबंधित अन्य काण्डों के उद्भदन की भी जिम्मेदारी दी गई है।

इस क्रम में सी०आई०डी० थाना काण्ड सं0-43/24 के अग्रतर अनुसंधान में सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया, बिरसा चौक ब्राँच में झारखण्ड स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ईम्पलाइज मास्टर ट्रस्ट के द्वारा जमा की गई राशि से संबंधित जानकारी एवं अभिलेख प्राप्त किये गये। उपलब्ध अभिलेख एवं जानकारी के आधार पर उक्त बैंक के मैनेजर लोलस लकड़ा, पिता-सीमोन लकड़ा, ग्राम डहूटोली, थाना-नगड़ी, जिला-राँची से पूछताछ की गई। उक्त क्रम में लोलस लकड़ा के द्वारा इस काण्ड में अपनी संलिप्तता की बात को स्वीकार किया गया एवं इसकी निशानदेही पर (1) 30,02,500/- रूपये ओबरिया रोड, एकता नगर स्थित, शांति कन्स्ट्रक्शन ऑफिस, राँची से एवं (2) 07,16,000/- रूपये, कुल-37,18,500/- रूपये तथा (3) इस काण्ड में प्रयुक्त किये गये मोबाईल फोन का अवशेष लोलस लकड़ा के घर से बरामद किया गया है, तथा इसकी गिरफ्तारी की गई है।

अनुसंधान के क्रम में NCCR Portal/ Cybercrime थाना सी०आई०डी०, के द्वारा 14C (Indian Cybercrime Co-Ordination Centre) तथा विभिन्न बैंकों के साथ लगातार समन्वय स्थापित कर अकाउन्ट फ्रीजिंग की कार्रवाई के साथ-साथ फर्जी अकाउन्ट के उद्भेदन की भी कार्रवाई की जा रही है। अभी तक कुल 350 विभिन्न बैंकों के अकाउन्ट की जानकारी प्राप्त हुई है, जिनमें Suspicious transaction हुई है। इन सभी बैंक अकाउन्टों को फ्रिज किया गया है। अगर किसी खाता धारक के खाते को Suspicious transaction के कारण फ्रिज किया गया है, तो वह खाता धारक SIT के समक्ष अपना पक्ष रख सकते हैं या बैंक खातों के संबंधित दस्तावेजों के साथ ई-मेल आईडी-cyberps@jhpolice.gov.in पर सूचना दे सकते हैं, SIT के द्वारा उन्हें बुलाकर उनका पक्ष लिया जाएगा।

इस पूरे प्रकरण में कुल-05 प्रतिवेदित काण्डों के अनुसंधान में SIT के द्वारा लगभग 47,20,00,000/- रूपये विभिन्न खातों में फ्रिज किया गया है, अब तक 06 व्यक्तियों की गिरफ्तारी तथा 01,23,20,300/- रूपये नकद की बरामदगी एवं 16,70,000 /- रूपये के गहने बरामद किये गये हैं।”

बता दें झारखण्ड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (जेटीडीसी) के नाम पर फर्जी खाता खोलकर उसमें 10.40 करोड़ ट्रांसफर करने का मामला सामने आया था।इसे लेकर धुर्वा थाना में गिरजा प्रसाद, आलोक कुमार और अमरजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज है।वहीं तीन अक्टूबर को झारखण्ड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के जीएम फाइनेंस द्वारा 10.4 करोड़ और झारखण्ड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मास्टर ट्रस्ट द्वारा नौ करोड़ की धोखाधड़ी कर फर्जी अकाउंट से निकासी की शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज करायी गयी थी। इसके बाद चार अक्टूबर को झारखण्ड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड ने 40.5 करोड़ और झारखण्ड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मास्टर ट्रस्ट ने 56.5 करोड़ की राशि का फर्जी अकाउंट से निकासी की शिकायत पोर्टल पर दर्ज करायी थी।