जन शिकायत समाधान कार्यक्रम:राज्य के 21 जिलों में 74 केंद्र पर 6396 लोगों ने शिकायत दर्ज कराए,वरीय अधिकारियों ने सुनी लोगों की समस्याएं..

राँची।राज्य सरकार और झारखण्ड के डीजीपी अनुराग गुप्ता की पहल पर राज्य के कई जिलों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम चलाया गया।इस दौरान हजारों की संख्या में लोग शिकायत दर्ज कराने पहुँचे।राज्य के 21 जिलों में अलग अलग जिले में 74 केंद्रों पर 6396 लोगों ने अपनी शिकायत दर्ज कराया है।सबसे ज्यादा शिकायत गिरिडीह और सबसे कम देवघर जिले में दर्ज हुई है।     

जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में जमीन से लेकर प्रताड़ना तक के मामले सामने आये हैं।जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में जमीन पर कब्जे की शिकायत लेकर पहुंचे हैं तो कई लोग दहेज प्रताड़ना के मामले तो कई लोग पुलिस की भी शिकायत लेकर पहुंचे।जन शिकायत कार्यक्रम में बेटे के शहीद होने के बाद बहू के द्वारा मां-बाप को प्रताड़ित किए जाने का मामला भी सामने आया है। मामलों को लेकर पुलिस अधिकारी त्वरित कार्रवाई के लिए थाना को निर्देश दिया गया है।

कौन कहा देख रहे थे मामले

झारखण्ड के 21 जिलों में हुए जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में राँची में आईजी मनोज कौशिक, रामगढ़ में आईजी अमोल होमकर, खूंटी में आईजी प्रभात कुमार, सिमडेगा में आईजी असीम विक्रांत मिंज, गुमला में आईजी अखिलेश झा, लोहरदगा में डीआईजी अनूप बीरथरे, बोकारो में आईजी माइकल राज, धनबाद में डीआईजी सुरेंद्र कुमार झा, हजारीबाग में आईजी पंकज कंबोज,चतरा में डीआईजी कार्तिक एस, गिरिडीह में डीआईजी सुनील भास्कर, कोडरमा में डीआईजी पटेल मयूर, लातेहार में आईजी राजकुमार लकड़ा, पलामू में आईजी नरेंद्र कुमार सिंह, गढ़वा में डीआईजी वाईएस रमेश, देवघर में आईजी विजयलक्ष्मी, दुमका में आईजी इंद्रजीत महता, साहिबगंज में आईजी क्रांति कुमार, पाकुड़ में डीआईजी संजीव कुमार और जामताड़ा में आईजी शैलेंद्र कुमार सिंह की देख रेख में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम हुआ है।