झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री सह मंत्री चंपाई सोरेन की हो रही थी जासूसी, स्पेशल ब्रांच के दो सब-इंस्पेक्टर पकड़े गये,असम के मुख्यमंत्री का बड़ा खुलासा…
राँची।असम के मुख्यमंत्री सह झारखण्ड भाजपा के चुनाव सह-प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने बड़ा खुलासा किया है।उन्होंने असम में प्रेस कांफ्रेस के दौरान कहा कि झारखण्ड के पूर्व सीएम और वर्तमान में हेमंत कैबिनेट के मंत्री चंपाई सोरेन की जासूसी कराई जा रही थी।यह काम झारखण्ड स्पेशल ब्रांच के दो सब इंस्पेक्टर कर रहे थे। दोनों को फिलहाल दिल्ली पुलिस ने कस्टडी में रखा है।पूछताछ में दोनों ने आईजी प्रभात कुमार का नाम लिया।उनके कहने पर ही दोनों सब इंस्पेक्टर जासूसी कर रहे थे।
“श्री चंपई सोरेन जी अभी भी झारखंड राज्य के मंत्री हैं। आप सुन के हैरान होंगे कि JMM-Cong के लोग संविधान बचाने की बात करते हैं लेकिन चंपई जी जैसे एक वरिष्ठ आदिवासी नेता पर snooping करने के लिए एक बड़ा षड्यंत्र भी रचते हैं। झारखंड पुलिस के कुछ आला अधिकारी पकड़े गये हैं।”-मुख्यमंत्री,असम
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हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि स्पेशल ब्रांच के लोग कई काम करते हैं।इसलिए उन दोनों की तस्वीर और नाम को सार्वजनिक करना सही नहीं होगा। दोनों ने यह भी बताया है कि संवैधानिक पद पर बैठे एक शख्स से भी जासूसी करने का आदेश मिला था। सबसे खास बात है कि दोनों पदाधिकारियों के साथ एक महिला भी थी।संभव है कि हनी ट्रैप की भी साजिश हो रही हो। यह सब जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि 30 अगस्त को राँची में राज्यपाल से मिलकर इस मामले से अवगत कराया जाएगा।
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि एक सप्ताह पहले चंपाई सोरेन दिल्ली में थे। दिल्ली में तीन दिन रहे।फिर दोबारा 26 अगस्त को कोलकाता होते हुए दिल्ली गये थे।दोनों बार ताज होटल में रूके थे। उनके साथ उनके पीए भी थे।तब उनका मूवमेंट ट्रैक किया जा रहा था।यह एक नेगेटिव परंपरा है।स्पेशल ब्रांच के दोनों कर्मी फोटो खींच रहे थे। इसी दौरान मंगलवार को चंपाई सोरेन के लोगों ने पकड़ लिया। फिर दिल्ली पुलिस को हैंड ओवर किया। ये दोनों कोलकाता से ही फ्लाइट में सवार थे।होटल के नजदीक ही रुके थे।दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। जांच में पता चला कि दोनों झारखण्ड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के सब इंस्पेक्टर हैं। इससे पहले दोनों ने खुद को पत्रकार बताया था।
दोनों ने बताया कि उन्हें चंपाई सोरेन को ट्रैक करने की जिम्मेदारी मिली थी। उन्होंने कहा कि स्वाधीन भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ है।चंपाई सोरेन पूर्व सीएम रहे हैं। वर्तमान में कैबिनेट मंत्री हैं।अगर मैं अपने मंत्री या मोदी जी अपने मंत्री के खिलाफ ऑफिसर्स लगा दें और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है तो यह निजता का बड़ा उल्लंघन है।फिलहाल, दोनों ऑफिसर दिल्ली पुलिस की कस्टडी में हैं। चाणक्यपुरी के डीसीपी को भी अवगत करा दिया गया है।सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि झामुमो और कांग्रेस दोनों पार्टियां संविधान की रक्षा की बात करते हैं।अब इस मामले को क्या कहा जाएगा। क्या चंपाई सोरेन जी कोई अलगाववादी हैं।किसी भी सभ्य समाज में ऐसा हो ही नहीं सकता है।उन्होंने कहा कि आप इस मामले को दिल्ली के चाणक्यपुरी थाना में कंफर्म कर सकते हैं।
वहीं मामले में झारखण्ड में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि यह पूरी तरह से संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ है। इससे साफ पता चलता है कि हेमंत सोरेन डरे हुए हैं।