पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के करीबी का वाट्सएप चैट ईडी ने किया रिकवर, ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर लेन देन के खुले राज
राँची।झारखण्ड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के करीबी विनोद सिंह ने हेमन्त सोरेन के साथ 500 पेज का वाट्सएप चैट किया है। चैट में तबादले के बदले पैसे लेने की बात भी सामने आई है। दरअसल, ईडी ने हेमंत सोरेन से उनके करीबी सहयोगी विनोद सिंह के साथ व्हाट्सएप पर हुई चैट को रिकवर किया है।इसमें कई संपत्तियों का विवरण शामिल है।व्हाट्सएप चैट में सिर्फ पैसों के आदान-प्रदान की बातें ही नहीं बल्कि कई संपत्तियों के संबंध में गोपनीय जानकारी के साथ-साथ ट्रांसफर पोस्टिंग, सरकारी रिकॉर्ड साझा करने आदि से संबंधित चैट भी शामिल हैं। यहां तक चैट में झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग से संबंधित कई दस्तावेज भी हाथ लगे हैं।अब ईडी रिकवर चैट का मूल्यांकन कर रही है।ईडी के रिमांड पर हेमंत सोरेन से इस सबन्ध में पूछताछ भी की जाएगी।
ईडी ने जो चैट रिकवर किया है उसमें से एक ऐसा भी चैट है जिसमें एक आईएएस अधिकारी को किसी जिले में डीसी बनाने की बदले में हर महीने दो करोड़ रुपए देने की बातचीत भी की गई है।
गौरतलब है कि ईडी ने जनवरी महीने में एक साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव, डीएसपी राजेंद्र दुबे, साहिबगंज के खनन कारोबारी खुदानिया बंधु, मुख्यमंत्री के दोस्त विनोद कुमार सिंह, रौशन सिंह, कोलकाता के कारोबारी अभय सरावगी, पूर्व विधायक पप्पू यादव,राँची के बिरसा मुंडा जेल के जमादार अवधेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की थी।छापेमारी के दौरान शेल कंपनियों के जरिए निवेश, संदिग्ध फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के साक्ष्य एजेंसी को मिले थे।इस दौरान ईडी ने विनोद कुमार सिंह सहित कई संदिग्धों के मोबाइल फोन भी जब्त किए थे।जब्त मोबाइल फोन का फोरेंसिक एनालिसिस ईडी ने कराया था।उसी दौरान हेमंत सोरेन और विनोद सिंह का चैट रिकवर हुआ है।
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इधर बाबुलाल मरांडी ने एक्स पर लिखा हैं कि “मैं शुरू से कह रहा था कि इतना बड़ा पेपर लीक का घोटाला ‘उपर’ की संलिप्तता के बगैर नहीं हो सकता है।यह बातें मैंने अपने अनुमान के आधार पर कहा था लेकिन आज ईडी ने हेमंत सोरेन की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए 12 पन्नों की जो जानकारी कोर्ट में दी है,उसमें लिखा गया है कि हेमंत के सखा आर्किटेक्ट विनोद सिंह के मोबाइल और घर से छात्रों की बड़ी संख्या में एडमिट कार्ड बरामद हुए हैं, जिन्हें पैसे लेकर बहाल किया जाना था।
विनोद सिंह कौन है,ये सभी जानते हैं। देश-विदेश की सपरिवार यात्रा में ये हेमंत सोरेन के साथ साये की तरह चलता है। अब पता चला है कि हेमंत सोरेन ने दलाल बिनोद के साथ मिलकर ज़मीन तो लूटा ही साथ ही मारभात खाकर नौकरी की तैयारी करने वाले गरीब बेरोज़गार इन छात्रों को भी लूट लिया है।
इस से बेशर्मी क्या हो सकती है कि कोयला, लोहा, पत्थर, बालू, जमीन बेचने वाले हेमंत ने गरीबों की नौकरी बेचने का भी काम कर दिया। हम मुख्यमंत्री @ChampaiSoren जी से मॉंग करते हैं कि बिना विलम्ब JSSSC घोटाले की की जॉंच सीबीआई से कराने की अनुशंसा करें।