Jharkhand:निर्वाचन आयोग और कोर्ट के आदेश की अवमानना कर रही राज्य सरकार,दोषी अधिकारियों और लोगों को बचाने में लगी है-बाबूलाल मरांडी,भाजपा नेता
राँची।झारखण्ड के भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार कोर्ट और निर्वाचन आयोग के आदेश की अवमानना कर रही है।साहेबगंज की महिला थाना प्रभारी की मौत के मामले में डीएसपी प्रमोद मिश्रा,मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के कोर्ट के आदेश का पालन नहीं हुआ है।वहीं संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग के आदेश के बाद अबतक देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री को नहीं हटाया गया है।इससे साफ जाहिर है कि हेमंत सरकार में आदिवासियों को अपमानित किया जा रहा है और आरोपी पदाधिकारियों को संरक्षण दिया जा रहा है।श्री मरांडी आज प्रदेश भाजपा मुख्यालय में प्रेस वार्ता में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि साहिबगंज में महिला थाना प्रभारी रुपा तिर्की की मौत के मामले में एसटी-एससी स्पेशल कोर्ट ने राँची सिटी एसपी, डीएसपी प्रमोद मिश्रा,राँची के एसटी-एससी थाना प्रभारी और बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था।उन्होंने कहा कि रूपा तिर्की की मौत के बाद डीएसपी प्रमोद मिश्रा के बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें कई आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया था. रूपा तिर्की की मां पद्मावती ने इसके बाद एसटी-एससी स्पेशल कोर्ट में मामला दर्ज कराया था। इस मामले में राँची की एसटी-एससी स्पेशल कोर्ट ने आदेश देते देते हुए कहा था कि मामला दर्ज नहीं करने और लापरवाही बरतने को लेकर राँची के सिटी एसपी,राँची के एसटी-एससी थाना प्रभारी, बरहरवा के तत्कालीन डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा और बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर मामला दर्ज किया जाए। बाबूलाल ने कहा कि ऐसे लोगों को जेल में होना चाहिए था, लेकिन अबतक एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 6 दिसंबर को ही निर्वाचन आयोग ने देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री को पद से हटाने का आदेश दिया है। उन्हें गोड्डा सांसद के खिलाफ एक ही दिन में 5 FIR दर्ज करने के मामले में दोषी माना गया है। लेकिन सरकार उन्हें हटाने के बजाए बचाने में लगी हुई है. ऐसे पदाधिकारी कभी भी निष्पक्ष काम नहीं कर सकते हैं। इन्हें कभी पद नहीं देना चाहिए. ऐसे लोगों को एक नया पद सृजित कर सड़क किनारे आने-जाने वाले वाहनों की गिनने की ड्यूटी में लगानी चाहिए। बाबूलाल ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द मंजूनाथ भजंत्री को हटाया जाए। साथ ही मृत पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने वाले डीएसपी और अन्य आरोपियों पर जल्द FIR दर्ज किया जाए।