अंतिम सफर में साथ छोड़ गया प्रेमी,प्रेमिका के मरने पर हाथ भी नहीं लगाया,इधर प्रेमी उधर मृतिका के परिजन भी ना हाँ में रह गया
झारखण्ड न्यूज,राँची।घर-परिवार को छोड़कर आशिक के साथ प्यार की पींगें पढ़ने वाली युवतियों को झारखण्ड के रामगढ़ जिले की यह लड़की जिंदगी से जाते-जाते बड़ी सबक सिखा गई।जब प्रेमिका की मौत के बाद साथ जीने-मरने की कसमें खाने वाला प्रेमी अब उसके शव को हाथ भी नहीं लगा रहा।रजरप्पा थाना क्षेत्र के होन्हे गांव से तीन साल पूर्व प्रेमी अपनी प्रेमिका के साथ घर से भागकर लिव इन में रह रहे थे। दोनों अंतर जातीय थे। रामगढ़ में किसी निजी कंपनी में काम कर जीवन यापन कर रहे थे। जानकारी के अनुसार प्रेमिका की तबीयत कुछ दिनों से खराब चल रही थी। इस बीच प्रेमी ने प्रेमिका को मायके लाकर छोड़ दिया। बताया जाता है कि रविवार को प्रेमिका की अचानक काफी तबीयत बिगड़ गई। और उसकी मौत हो गई।और मामला तब बढ़़ा जब प्रेमी के परिजन ने शव को लेने से इन्कार कर दिया। वहीं प्रेमिका के परिजनों ने भी अंतिम संस्कार करने में हिचकिचाहट दिखाई। बताया जाता है कि मामले की जानकारी मिलने पर रजरप्पा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार घटनास्थल पहुंच कर घटना का जायजा लिया और पंचनामा कर शव के पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल रामगढ़ भेजा दिया। देर शाम तक शव पोस्टमार्टम के बाद गांव वापस नहीं नहीं आया था।अब इस घटना से प्रेम कहानी की बाते करने वाले को सोचने पर मजबूर है क्या प्रेमिका सिर्फ दिल बहलाने की कोई वस्तु है?