गैंगस्टर अमन साहू मुठभेड़ मामले में पुलिस की FIR में, गैंगस्टर को मारने में 38 गोलियां खत्म..

पलामू।झारखण्ड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू एनकाउंटर मामले में पलामू के चैनपुर थाना में 21 अलग-अलग धाराओं में एफआईआर दर्ज की गयी है। मंगलवार को एटीएस की टीम छत्तीसगढ़ के रायपुर से गैंगस्टर अमन साहू को लेकर राँची जा रही थी।इसी क्रम में पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी ढोढा के अपराधियों ने हमला किया और अमन साहू को छुड़ाने की कोशिश की, उसी दौरान अमन साहू मारा गया था। पूरे मामले में एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह के लिखित आवेदन के आधार पर पलामू के चैनपुर थाना में कांड संख्या 40/25 दर्ज किया गया है।अमन साहू मुठभेड़ मामले में एटीएस को 38 राउंड गोली खर्च करनी पड़ीं, जबकि उनका एक जवान भी जख्मी हुआ है।जख्मी जवान की हालत खतरे से बाहर है और उसका इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हो रहा है।जख्मी जवान को देखने के लिए पलामू की एसपी रीष्मा रमेशन और एटीएस एसपी ऋषभ झा एमएमसीएच पहुंचे थे. चैनपुर थाना प्रभारी श्रीराम शर्मा ने एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि की है।

छह से सात की संख्या में अपराधियों ने किया था हमला…!

एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने चैनपुर थाना में एक आवेदन दिया है और बताया है कि अभियुक्त अमन साहू को होटवार जेल शिफ्ट करने का आदेश मिला था। इसी क्रम में 9 मार्च को सुबह 11:00 बजे राँची धुर्वा कैंप से रायपुर के लिए निकले थे। 10 मार्च को रात 8:30 रायपुर सेंट्रल जेल के द्वारा अमन साहू को हस्तगत किया गया था।अमन साहू को स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठाया गया था और दो गाड़ी आगे पीछे स्कॉट कर रही थीं।पूरी टीम उस रात रायपुर, अंबिकापुर, रामानुजगंज, रमकंडा के रास्ते होते हुए राँची के लिए प्रस्थान किया था। 11 मार्च को पूरी टीम पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी ढोढा के पास पहुंचे ही थे कि पूरब दिशा से 6-7 की संख्या में अज्ञात अपराधियों के द्वारा भारी बमबारी एवं ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी थी। हमलावर हथियार छीनना और सभी की जान मारने की नियत रखते थे।

पूरब दिशा से फायरिंग होने के बाद जवानों ने अमन साहू को बचाते हुए गाड़ी को पश्चिम दिशा में उतारा और जवाबी फायरिंग भी करने लगे। इस दौरान एटीएस एटीएस चिल्ला कर अपना परिचय भी दे रहे थे, लेकिन हमला जारी था।इसी बीच परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए अमन साहू एटीएस के जवान विजय कुमार का इंसास राइफल लूटकर हमलावर साथियों के तरफ भाग निकला। पुलिस टीम द्वारा चेतावनी दिए जाने के बावजूद वह भागता रहा और मुड़कर फायरिंग करने लगा। इन सबके बीच अमन साहू के साथी फायरिंग एवं बमबारी करते रहे।

एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने एफआईआर में लिखा है कि विपरीत परिस्थितियों में गाड़ी के नीचे से पोजीशन लेते हुए जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। एटीएस इंस्पेक्टर गाड़ी से 20 से 25 मीटर आगे स्कॉर्पियो में थे और चिल्ला कर जवानों का हौसला बढ़ा रहे थे। जवानों को विपरीत परिस्थितियों में देखते हुए उन्होंने साहस के साथ मिलकर मुंह तोड़ जवाबी कार्रवाई शुरू की।

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