साहिबगंज कोर्ट परिसर में मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण पर कार्यशाला हुई,कार्यशाला में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश,डीसी व एसपी सहित अन्य लोग शामिल हुए…

 

साहिबगंज।झारखण्ड के साहिबगंज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) व झालसा राँची की ओर से शनिवार को मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण पर जिला स्तरीय कार्यशाला हुई। कोर्ट परिसर में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिल कुमार, डीसी हेमंत सती व एसपी अमित कुमार सिंह ने किया।प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिल कुमार ने वाहन दुर्घटना दावा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एमएसीटी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि दुर्घटना से प्रभावित व्यक्ति की जान बचाना प्राथमिकता होनी चाहिए।वहीं ऐसे मामलों में पुलिस को तय समय सीमा के भीतर जांच रिपोर्ट व अन्य जरूरी दस्तावेज कोर्ट को सौंप देना चाहिए।ताकि पीड़ित को जल्द न्याय व मुआवजा मिल सके।एमएसीटी मुआवजे राशि का सुझाव भी दे सकती है।डीसी हेमंत सती ने बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। कहा कि स्कूल-कॉलेजों में पुलिस सड़क सुरक्षा के प्रति विद्यार्थियों को लगातार जागरूक कर रही है। इसके बावजूद दुर्घटनाएं हो रही हैं, जो चिंता का विषय है।ज्यादातर 18 से 35 वर्ष के युवक दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि सबंधित पुलिस पदाधिकारियों को संवेदनशील होकर दुर्घटना से संबंधित जांच रिपोर्ट कोर्ट में समर्पित करना चाहिए। एसपी अमित कुमार सिंह ने भी विचार व्यक्त किए।कार्यशाला में डीटीओ विष्णु देव कच्छप, समेत सभी न्यायिक अधिकारी,अधिवक्ता व थाना प्रभारी उपस्थित थे।