अपराध की दुनिया में महिलाएं भी नहीं है पीछे, आंकड़ो से हुआ खुलासा नक्सली घटनाओं से लेकर नशे के धंधे में शामिल है महिलाएं…
राँची।झारखण्ड में अपराध के मामलों में महिलाओं की संलिप्तता बढ़ रही है।हत्या, दहेज प्रताड़ना,नक्सली घटनाएं, नशाखोरी गिरोह, जानलेवा हमले, हनी ट्रैप के साथ जिस्मफरोशी के धंधे में महिलाएं शामिल हो रही हैं।आंकड़ों पर गौर करें, तो पिछले तीन वर्षों में झारखण्ड के विभिन्न थानों में हर साल औसतन 2400 आपराधिक मामले दर्ज किये गये,जिनमें महिलाएं गिरफ्तार हुई हैं।कई मामलों में महिलाएं साजिशकर्ता रहीं हैं,जबकि कई मामलों में उनकी सीधी भूमिका रही है।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, देश भर से कुल 1,75,853 महिलाओं को विभिन्न आपराधिक मामलों में गिरफ्तार किया गया। इसमें झारखण्ड की 2,430 महिलाएं शामिल हैं। वहीं, वर्तमान में राज्य के 31 जेलों में कुल 17875 बंदी है। इनमें 757 महिलाएं विभिन्न आपराधिक मामलों में बंद हैं, जिनमें 204 सजायाफ्ता और 553 विचाराधीन बंदी हैं। सर्वाधिक 65 सजायाफ्ता महिला बंदी हजारीबाग केंद्रीय कारा में हैं। जानकारों की मानें, तो पहले ऐसी स्थिति नहीं थी। इक्का-दुक्का आपराधिक मामलों में ही महिलाओं का नाम आता था।अब स्थिति बदल गयी है। नशाखोरी गिरोह में महिलाओं की सक्रिय भूमिका देखी जा रही है।
राज्य के विभिन्न जेलों में सजायाफ्ता महिला बंदी
हजारीबाग-65
राँची -30
जमशेदपुर-36
दुमका-27
पलामू-20
गिरिडीह-05
देवघर-05
धनबाद-03
सरायकेला-03
साहिबगंज-02
सिमडेगा-01
घाटशिला-01
गढ़वा-01
चास-01
चाईबासा-01
गुमला-01
लातेहार-01
तेनुघाट-01
राज्य के विभिन्न जेलों में विचाराधीन महिला बंदी
राँची-97
पलामू-43
दुमका-38
गिरिडीह-36
जमशेदपुर-31
चाईबासा-29
हजारीबाग-24
धनबाद-22
सरायकेला-18
साकची-14
सिमडेगा-14
कोडरमा-14
रामगढ़-12
खूंटी-12
पाकुड़-12
गढ़वा-12
गोड्डा-11
गुमला-11
घाटशिला-11
चतरा-11
देवघर-09
चास-09
नक्सलाइट जेल हजारीबाग-08
तेनूघाट-07
राजमहल-07
जामताड़ा-04
स्रोत : जेल आइजी कार्यालय