बोकारो में महिला ने किया आत्मदाह,सड़क निर्माण को लेकर स्कूल तोड़ने के विरोध में दी जान….!
बोकारो।झारखण्ड के बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड के दारिद पंचायत में आनंद मार्ग संस्थान के द्वारा संचालित स्कूल को बन रही सड़क के अतिक्रमण में हटाने पहुंची पुलिस और एनएचएआई की टीम के सामने 68 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने आत्मदाह कर लिया। बुजुर्ग महिला ने अपने आप को स्कूल में बने एक कमरे में बंद कर इस घटना को अंजाम दिया, जिससे वो बुरी तरह जल गई।मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से उसे दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रही राँची-बोकारो सड़क निर्माण कार्य को लेकर टीम अतिक्रमण हटाने गई थी। प्रशासन के सामने बुजुर्ग महिला ने दरवाजा बंद कर आत्मदाह की कोशिश की। यहां आनंद मार्ग के द्वारा स्कूल संचालित किया जा रहा है। संस्थान से जुड़ी साध्वी स्कूल की देखरेख करती थी।भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए राँची बोकारो फोरलेन सड़क निर्माण के लिए उस जमीन को चिन्हित किया गया है।
भू-अर्जन विभाग के द्वारा उक्त जमीन के लिए 4 करोड़ रूपए की मुआवजा राशि भी आवंटित की गई है, लेकिन संस्था और जमीन कब्जेदार के बीच हो रहे विवाद के कारण अभी तक मुआवजा राशि नहीं मिल सकी है।सड़क निर्माण भी अधर में लटका हुआ है।एनएचएआई की टीम आज स्थानीय प्रशासन को लेकर संबंधित कब्जेदार को समझाने गई थी,उसी दौरान एक महिला ने इस घटना को अंजाम दिया।
इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस और लोगों के होश उड़ गए।कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझा दी गया। 90 प्रतिशत जल चुकी महिला को आनन फानन में पेटरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना के बाद बेरमो एसडीएम अशोक कुमार और कई थाना क्षेत्र की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बेरमो एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि सड़क निर्माण में मुआवजा राशि देने के लिए प्रशासन दो सालों से कोशिश कर रही है, लेकिन दो गुटों के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में अब तक मामला उलझा हुआ है। आज प्रशासन और एनएचएआई की टीम मामला को सुलझाने के लिए गई थी, जो भी आरोप लगाया जा रहा है वो बिल्कुल निराधार है। दबाव बनाने के लिए महिला ने यह काम किया है, इसकी जांच की जा रही है।