बिहार का शातिर ठग निकला झारखण्ड का ये सीआई,नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों का ठगी किया…!

 

पलामू।झारखण्ड के पलामू जिले के मोहम्मदगंज का राजस्व निरीक्षक (सीआई) मुकेश कुमार का रिश्वत लेते वीडियो तीन दिन पहले वायरल हुआ। इसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया। निलंबित किए जाने के बाद चल रही जांच में मुकेश का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। बिहार के आरा जिले के जगदीशपुर के रहने वाले मुकेश ने बिहार के 76 बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी भी की।ठगी के इस मामले में वह पटना के बेऊर जेल में दो महीने की सजा भी काट चुका है। जेल की सजा काटने के लिए उसने झारखण्ड में नौकरी से दो महीने की मेडिकल लीव ले ली थी। सजा पूरी करने के बाद वह वापस आ कर पलामू में नौकरी कर रहा था।

जांच और पूछताछ में जो बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक मुकेश कुमार पर बिहार के पटना के बेऊर और विक्रमगंज थाने में शिकायत दर्ज है। उसने गैंग के साथ मिल कर लगभग डेढ़ करोड़ रुपए कमाए थे। इसी रुपए के लेनदेन को लेकर गैंग के सदस्यों से विवाद में मुकेश के भाइयों नीतीश और आकाश का अपहरण कर लिया गया था।जांच के दौरान उसके पास से युवाओं के शैक्षणिक प्रमाणपत्र, सरकारी मुहर और प्रतियोगी परीक्षाओं के एडमिट कार्ड बरामद हुए थे। पुलिस के छापे में 17 पहचान पत्र, 59 आधार कार्ड और कई चेक बुक भी मिले थे।

मुकेश ने पकड़े जाने के बाद स्टांप पेपर पर अपनी गलतियां कबुली हैं। उसने बताया है कि झारखण्ड में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से गलत ढंग से राजस्व कर्मचारी की नौकरी ली है। उसका रोल नंबर 2312030483 था। मुकेश ने स्टांप पेपर पर साइन और अंगूठा लगाकर इस बात को कबूल किया है।

कबूल नाम में उसने यह भी लिखा है कि जेएसएससी चाहे तो उस पर कार्यवाही कर सकती है। उसने कई लोगों से पैसे लेने की बात भी मानी है। उसने बताया कि बिहार में पुलिस का छापा पड़ा तो उसके घर से 17 पहचान पत्र, 59 आधार कार्ड, कई चेक बुक बरामद हुए थे। कई युवकों के आधार कार्ड और वोटर आईडी जैसे महत्वपूर्ण प्रमाण पत्र उसके पास थे।

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