फूट-फूटकर रोया उलिहातू,बिरसा मुंडा के वंशज के निधन पर उमड़ा आंसूओं का सैलाब….
खूंटी।झारखण्ड के खूंटी जिले में 25 नवंबर को सड़क दुर्घटना का शिकार हुए भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का रिम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया। उनके निधन के बाद अस्पताल परिसर में ही मंगल मुंडा के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुष्प-चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने मंगल मुंडा के परिजनों को राज्य सरकार के स्तर से हरसंभव मदद का भरोसा दिया।इधर खूंटी के उलिहातू स्थित बिरसा स्टेडियम के पीछे कब्रिस्तान में में मंगल मुंडा का अंतिम संस्कार किया गया।जहां भारी संख्या में जनप्रतिनिधियों ने यहां आकर संवेदन प्रकट की।
इससे पहले रिम्स से राँची और खूंटी पुलिस स्कॉट करते हुए मंगल मुंडा के पार्थिव शरीर को लेकर उनके पैतृक गांव उलिहातू पहुंची। मंगल मुंडा का पार्थिव शरीर गांव लाते ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। मंगल मुंडा की माता, बहन व पिता चीत्कार मारकर रोने लगे।घर के बाहर पार्थिव शरीर से लिपट कर मां का रोना देख सबकी आंखें नम हो गई।
सांसद कालीचरण मुंडा, खूंटी और तोरपा के पूर्व विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, कोचे मुंडा, विधायक सुदीप गुड़िया और राम सूर्या मुंडा के अलावा जिला प्रशासन की ओर से उप विकास आयुक्त सह प्रभारी उपायुक्त श्याम नारायण राम द्वारा पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।इस दौरान ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को इस दुःख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करने का प्रार्थना की गयी।
तोरपा और खूंटी विधायक ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के वंशज के परिजनों को हर सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।सीएम ने दोनों विधायको को निर्देश दिया है कि बिरसा के वंशजों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। दोनों विधायक द्वारा तत्काल वंशज सुखराम मुंडा को 20 हजार की सहायता राशि दी गई।
वहीं सांसद कालीचरण मुंडा ने परिजनों को सांत्वना दिया और कहा कि रिम्स की लापरवाही के कारण वंशज मंगल मुंडा की मौत हुई है।उन्होंने कहा कि अगर समय रहते मंगल को इलाज मिलता तो शायद आज मंगल जिंदा होता।उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन इस मामले को देख रहे हैं तो कार्रवाई जरूर होगी।