जर्जर घर में रहने को मजबूर था परिवार, छत गिरने से बेटे की मौत..इसी वर्ष मैट्रिक परीक्षा में शानदार अंकों से पास हुआ था..

 

धनबाद।झारखण्ड के धनबाद जिले के गोविंदपुर थाना अंतर्गत मोरंगा गांव में कल शनिवार की देर रात 1:45 बजे अचानक कोठा घर की छत गिरने से 17 वर्षीय अनुराग महतो की मौत हो गयी।जबकि इस दर्दनाक हादसे में अनुराग के पिता अपूर्व महतो और माँ रेखा महतो बाल-बाल बचे।इधर इस खौफनाक मंजर और बेटे की मौत देख अनुराग के बड़े माता-पिता बेहोश हो गये। दोनों को ग्रामीणों की सहायता से तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कल शनिवार की रात पूरा परिवार खाना खाकर सोया था।अनुराग से कुछ दूरी पर ही उसके माता-पिता खटिये पर सोये हुए थे।देर रात करीब 1:45 बजे अचानक छत टूटा और कोठा अनुराग के ऊपर गिर गया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी।इधर उसके माता-पिता मकान के मलबे में दब गये। हो-हल्ला होने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और सभी को मलबे से बाहर निकला। बेटे की मौत की खबर होते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

मृतक अनुराग के पिता अपूर्व महतो एक टेंपो चालक है।उन्होंने बताया कि 5 दशक पूर्व मिट्टी के गारे का उपयोग कर ईंट के दीवार का कोठा घर पूर्वजों ने बनाया था।कोठा के ऊपर कुछ दिनों के बाद ढलाई किया गया था, जो काफी जर्जर हो गया था। बारिश में पानी से बचाव के लिए छत के ऊपर कारपेट दिया हुआ था।आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण घर की मरम्मती नहीं हो पा रही थी। अपूर्व महतो ने बताया कि ‘सरकार आपके द्वार कार्यक्रम’ में 3-3 बार अबुआ आवास के लिए आवेदन दिया, लेकिन अबुआ आवास नहीं मिला।बारिश के कारण छत काफी जर्जर हो गया था। मजबूरन पूरे परिवार को इसी घर में गुजारा करना पड़ रहा था।

मृतक के पिता ने अफसोस जताते हुए कहा कि अनुराग महतो इसी वर्ष मैट्रिक परीक्षा में शानदार अंको 82% के साथ पास हुआ था। मृतक अनुराग महतो दो भाई और एक बहन में सबसे छोटा था।इधर इस हृदयविदारक घटना से पूरा गांव में मातम छा गया है।

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