धनबाद में दो युवक की हत्या:ढाई फीट की गली में जबतक मरा नहीं,तबतक अपराधी दो युवकों पर भुजाली से वार करता रहा….
धनबाद।झारखण्ड के धनबाद शहर के चर्चित नाम वासेपुर के करीमगंज में रात में दो युवकों की हत्या कर दी।दो हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है।बताया जाता है कि करीमगंज के जिस गली में युवकों की हत्या हुई,वह मात्र ढाई फीट की है। हत्यारों ने घटना को अंजाम देने के लिए उसी पतली गली को चुना, जो रात के समय सुनसान रहती है। रात में इक्का-दुक्का लोग ही वहां से पार होते हैं। बताया जा रहा है कि हमला होते ही दोनों दोस्तों ने बचने का प्रयास किया, लेकिन हत्यारों ने मो. साहिल को वहीं मौत के घाट उतार दिया। यह देख सोहेल ने भागने का प्रयास किया, लेकिन हत्यारों ने उसे खदेड़कर दूसरी चार फीट की गली में मार डाला। दोनों मृतकों के शव एक-दूसरे से 15 फीट की दूरी पर पड़े थे।दोनों के शरीर पर भुजाली जैसे हथियार से दर्जनों वार किए गए। संकरी गली में उन्हें बचाव का कोई मौका नहीं मिला और दोनों को वहीं मारकर हत्यारे भाग निकले। दोनों वासेपुर की न्यू अफसर काॅलोनी मारूफगंज के रहनेवाले थे। उनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच थी।
पुलिस के अनुसार, युवकों पर जब हमला हुआ तो एक ने भागकर जान बचाने की कोशिश की, मगर हत्यारों ने दौड़ाकर उसकी भी हत्या कर दी। वासेपुर में तंग गलियों की कमी नहीं है। बैंक मोड़ के इंस्पेक्टर पीके सिंह के अनुसार, दोनों में से किसी एक युवक को वहां बहाने से बुलाया गया होगा। वह अपने साथी के साथ वहां पहुंचा होगा। हत्यारों ने दोनों को ही मौत के घाट उतार दिया। वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो वासेपुर में धारदार हथियार से हत्या करने का ट्रेंड कम है। वहां अक्सर किसी की हत्या के लिए पिस्टल का ही इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस घटना को निहायत आपसी दुश्मनी में अंजाम दिया गया। किसी गैंग से संबंध रखनेवालों का इसमें हाथ नहीं।
बैंक मोड़ इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि जिस गली में दोनों की हत्या हुई है वह गली सुनसान है। इसके अलावा जिस वक्त हत्या हुई, उस वक्त अजान हो रही थी। इसके कारण उनके चीखने-चिल्लाने की आवाज कोई नहीं सुन पाया। बैंक मोड़ थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर पीके सिंह के अनुसार, इस दोहरे हत्याकांड में अभी तक किसी गैंग का नाम सामने नहीं आया है। हो सकता है हत्या लड़की या पैसों के विवाद के कारण हत्या हुई हो। उन्होंने बताया कि हत्या करने वाले कम से कम तीन से चार की संख्या में होंगे।
मालूम हो कि घटना में मारा गया युवक साहिल मारूफगंज में रहने वाली आयशा खातून की बेटी गुड़िया खान का रिश्तेदार है। वह गुड़िया के घर में ही रह रहा था। घर का छोटा-मोटा काम करता था। जब गुड़िया घटनास्थल पर पहुंची तो उसने वहां हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के समझाने के बाद शांत हुई। साहिल के पिता का नाम शमीम अहमद है। वहीं सोहेल के पिता अकबर हजारीबाग में काम करते हैं।
दोनों के शवों को देख कर ऐसा लग रहा था कि हत्या करने वाले काफी गुस्से में थे। पुलिस के अनुसार दोनों पर एक बार नहीं बल्कि बार-बार धारदार हथियार का इस्तेमाल किया गया। हत्यारे दोनों की मौत की पुष्टि होने के बाद ही भागे होंगे। सुराग पाने के लिए पुलिस ने गुप्तचरों को लगाया दिया है। फिलहाल गुड़िया खान और सोहेल के परिवार वाले किसी पर भी संदेह नहीं जता रहे हैं।
वासेपुर में रविवार की रात लगभग 11 माह के बाद नृशंस वारदात हुई। इससे पहले 29 नवंबर 2021 को नया बाजार के जमीन कारोबारी नन्हे आलम की हत्या वासेपुर में गोली मारकर की गई थी। नन्हे हत्याकांड में प्रिंस खान व गोपी खान ही पकड़े नहीं गए हैं। बाकी लगभग सभी आरोपित या तो पकड़े गए या सरेंडर कर दिया।