भाईयों की हत्या का बदला हत्या कर ली… पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों ने किया खुलासा….

खूंटी।झारखण्ड में खूंटी जिले के अड़की में हुए 50 वर्षीय विजय मुंडा हत्याकांड में शमिल दो हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, लेकिन सायको थाना क्षेत्र के रानी फॉल से बरामद सिरकटी लाश और मारंगहदा में हुए वृद्धा महिला हत्याकांड में पुलिस के हाथ खाली हैं। सायको और मारंगहदा हत्याकांड के बाद गठित एसआईटी के पास कोई सुराग नहीं है।

खूंटी पुलिस ने 2 अक्टूबर को अड़की थाना क्षेत्र के विजय मुंडा की हत्या मामले में दो हत्यारोपी को बाड़ी निजकेल के लुपुंगडीह से सोमवार को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार हत्यारोपियों में 26 वर्षीय मनसा मुंडा और 20 वर्षीय खुदीराय मुंडा शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पत्थर, एक बाइक, गमछा, शर्ट, चप्पल और मोबाइल फोन बरामद किया है।

खूंटी अंचल के पुलिस इंस्पेक्टर किशुन दास ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि मामला 2 अक्टूबर का है। जब सायको थाना क्षेत्र के हितडीह में हॉकी मैच का आयोजन किया गया था।हॉकी मैच देखकर वापस लौटने के क्रम में अड़की लुपुंगडीह निवासी विजय मुंडा की हत्या अज्ञात अपराधियों द्वारा पत्थर से कूच कर की गई थी।संबंधित मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एसपी अमन कुमार के निर्देश पर डीएसपी वरुण रजक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था।

खूंटी अंचल पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया कि जमीन विवाद के कारण पूर्व में हत्यारोपियों के दो भाई की हत्या की गई थी।पूर्व में की गई भाईयों की हत्या में विजय मुंडा का हाथ होने की आशंका में मनसा मुंडा और खुदिराय मुंडा ने मिलकर पत्थर से कूच कर हत्या कर दी।पुलिस ने हत्या मामले में भारतीय न्याय संहिता के तहत सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

गौरतलब है कि विजय मुंडा हत्याकांड में शामिल अपराधियों ने पुलिस को बताया कि जमीन और प्रतिशोध के कारण विजय की बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्या के बाद दोनों फरार हो गए थे।लेकिम पुलिस ने गहन अनुसंधान कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है।इंस्पेक्टर किशुन दास ने बताया कि आरोपियों ने अपनी स्वीकृति बयान में बताया कि 2019 में उनके दो भाइयों की हत्या पंचायत भवन में कर दी गई थी। उस हत्याकांड में विजय भी शामिल था लेकिन कभी वो पकड़ा नहीं गया था।जबकि गांव के कुछ जमीन पर विजय ने कब्जा कर रखा था।