तीन पहाड़ गिरोह राजधानी में था सक्रिय…31 मोबाइल बरामद…बच्चों और महिलाओं को मोबाइल चोरी की ट्रेनिंग देकर लाया था…एक गिरफ्तार
राँची।राजधानी राँची की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जो मासूम बच्चों से चोरी और भीख मंगवाने का काम किया करता था। पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। एक नाबालिग 14 साल को भी पकड़ा है।वहीं दो मासूम बच्चों का भी रेस्क्यू किया है।ये सभी तीन पहाड़ गिरोह से जुड़े हैं।
ये गिरोह राजधानी में मासूम बच्चों से मोबाइल चोरी की वारदातों को अंजाम दिलवाया जा रहा था।यही नहीं जो बच्चे मोबाइल चोरी करते थे, उनसे भीख भी मंगवाया जाता था।इस मामले की जानकारी मिलने के बाद राँची पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है।
दरअसल,लालपुर थाना क्षेत्र के मोरहाबादी मैदान में लगे सरल मेले में कई मोबाइल चोरी की सूचना मिल रही थी। इसी बीच मोबाइल चोरी के आरोप में एक नाबालिग (14 वर्ष) को कुछ लोगों ने पकड़ा था। जब उस बच्चे से मोरहाबादी टीओपी प्रभारी सत्यप्रकाश उपाध्याय ने टीओपी में लाकर पूछताछ शुरू की तब उसने चौंकाने वाला खुलासा किया।
इस सम्बंध में गुरूवार को राँची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने प्रेसवार्ता में बताया कि बच्चों ने पूछताछ में बताया कि उसके जैसे कई अन्य बच्चे भी हैं जो राँची में किराए के मकान पर रहकर चोरी करने के साथ-साथ भीख मांगने का काम करते हैं। चोरी और भीख मंगवाने का काम उनसे साहिबगंज का रहने वाला शिवजी महतो और देव नाम का आदमी करवाता है। बच्चे से मिली सूचना के बाद सिटी डीएसपी केवी रमन के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने आनन-फानन में सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के हेहल इलाके में शिवजी महतो के ठिकाने पर छापेमारी की।पुलिस को वहां से चोरी के 32 मोबाइल बरामद किए, वहीं मौके से दो मासूम बच्चों (10 वर्ष) का रेस्क्यू किया गया। सिटी एसपी ने बताया कि दो बच्चों को सीडब्ल्यूसी के हवाले किया गया है।तीसरा नाबालिग 14 साल से ज्यादा का था इसलिए उसे निरूद्ध करते हुए बाल सुधार गृह भेजा गया है।इस मामले में शिवजी महतो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरा आरोपी अभी भी फरार है।
बता दें कि झारखण्ड के साहिबगंज जिला में तीन पहाड़ी नाम का एक कस्बा है, जहां के रहने वाले कुछ लोग चोरी के धंधे में लिप्त हैं सभी पेशवर चोर हैं। राजधानी जैसे शहरों में जब भी कोई बड़ा मेले या फिर रैली का आयोजन होता है यह ग्रुप पूरी तरह से एक्टिव हो जाता है। राजधानी में फिलहाल मोरहाबादी मैदान में खादी मेले का आयोजन किया गया है,इस मेले से बच्चों के जरिए गिरोह के द्वारा दर्जनों मोबाइल फोन चोरी करवाए गए थे।
सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि साहिबगंज के तीन पहाड़ में मासूम बच्चों को चोरी की कला में ट्रेंड किया जाता है फिर उन्हें राँची लाकर उनसे चोरी करवाया जाता है।बच्चों के मां-बाप को भी चोरी में से हिस्सा मिलता है।
तीन पहाड़ी गिरोह के सदस्य राजधानी राँची सहित दूसरे शहरों में घूम-घूमकर मोबाइल चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।जब एक साथ 100 से अधिक मोबाइल जमा हो जाते थे, तब उसे साहिबगंज से आए एजेंट के हवाले कर दिया जाता था। गिरफ्तार अपराधी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उन्हें 10 हजार के मोबाइल का तीन हजार, 20 हजार के मोबाइल का 7 हजार मिलते थे। वहीं अगर 50,000 से ज्यादा के मोबाइल चोरी करने पर उन्हें उसके एवज में गिफ्ट भी मिलता था साथ ही 20 हजार रुपये भी मिलते थे।
तीन पहाड़ी गिरोह में छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।महिलाएं और बच्चे मॉल में खरीदारी करने वाले लोगों के आसपास घूमकर उनके पर्स और पॉकेट से मोबाइल गायब कर तुरंत उसे बाहर खड़े पुरुष सदस्यों को दे देते हैं।इस दौरान अगर किसी बच्चे को शक के आधार पर पकड़ा भी जाता था तब भी उनके पास से मोबाइल बरामद नहीं हो पाता।साहिबगंज के तीन पहाड़ी कस्बे से चोरों का एक बड़ा गिरोह झारखण्ड ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में मोबाइल चोरी का काम करता है।यह लोग एक साथ चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए नहीं निकलते हैं बल्कि अलग-अलग शहरों में 3 से 4 लोग जाते हैं। जब बहुत ज्यादा चोरी की घटनाओं को इनके द्वारा अंजाम दिया जाता है तब ये लोग शहर बदल लेते हैं।