NTPC DGM हत्याकांड की जांच के लिए बनी एसआईटी…6 संदिग्धों से की जा रही है पूछताछ, बड़कागांव SDPO की अगुआई में बनी है टीम…24 घंटे बाद भी अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर…
राँची/हज़ारीबाग।झारखण्ड के हजारीबाग में हुए एनटीपीसी डीजीएम हत्याकांड को लेकर शनिवार को हजारीबाग से लेकर राँची तक पुलिस प्रशासन में गहमा-गहमी बनी रही। उसके बाद हत्याकांड मामले को लेकर कटकमदाग थाना में प्राथमिक की दर्ज की गई। वहीं हत्याकांड में शामिल लोगों की गिरफ्तारी को लेकर ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है।पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।डीजीपी के निर्देष पर एटीएस टीम भी मामले की जांच में लगी है।हालांकि 24 घन्टे बाद भी ना तो हज़ारीबाग पुलिस को कोई सफलता मिली है ना ही झारखण्ड एटीएस टीम को,वहीं डीजीएम की हत्या की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी आपराधिक या नक्सली संगठन ने नहीं लिया है।
बता दें हजारीबाग जिले के केरेडारी एनपीटीसी कोल प्रोजेक्ट में कार्यरत डीजीएम कुमार गौरव (42 वर्ष) की शनिवार को अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी।घटना को सुबह 9.30 बजे हजारीबाग-बड़कागांव रोड स्थित फतहा चौक पर अंजाम दिया गया।कुमार गौरव हजारीबाग शहर के मटवारी स्थित श्रीधर अपार्टमेंट के फ्लैट से केरेडारी के लिए सुबह 9:05 बजे निकले थे। वह स्कॉर्पियो (जेएच-01-एफएन-8079) से केरेडारी के पांडु स्थित अपने कार्यालय जा रहे थे।इसी दौरान दो अपराधियों ने मौका देखते ही फायरिंग कर दी। इसमें एक गोली डीजीएम कुमार गौरव की पीठ में लगी, जबकि दूसरी गोली स्कॉर्पियो में लगी।दोनों अपराधी बाइक पर सवार थे और हेलमेट पहन रखी थी। फायरिंग के बाद अपराधी फतहा चौक मैदान होते हुए पुंदरी जंगल की ओर भाग गये।इस घटना के बाद राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर एटीएस की टीम हजारीबाग पहुंचकर मामले की जांच में जुट गयी है।
मृतक डीजीएम कुमार गौरव बिहार के नालंदा जिले के रहनेवाले थे।वह करीब एक साल से केरेडारी माइंस प्रोजेक्ट में डिस्पैच और क्वालिटी टेस्ट के इंचार्ज थे।डीजीएम को गोली लगने के बाद चालक उन्हें हजारीबाग स्थित आरोग्यम अस्पताल ले गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।घटना की सूचना मिलते ही एनटीपीसी के वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरी जानकारी ली।वहां से अधिकारी आरोग्यम अस्पताल पहुंचे।परिजनों को भी जानकारी दी गयी।इसके बाद मृतक डीजीएम की पत्नी प्रीति सुमन और मां उर्मिला देवी भी अस्पताल पहुंचीं।शव को देखते ही दोनों दहाड़ मारकर रोने लगीं। डीजीएम के शव का पोस्टमार्टम शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिकल बोर्ड ने किया। दंडाधिकारी की उपस्थिति में पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी करायी गयी।
हजारीबाग में डीजीएम की हत्या में शार्प शूटरों का इस्तेमाल किया गया क्योंकि शूटरों ने चलती स्कॉर्पियो में गोली मारी, जो डीजीएम की पीठ में लगी।हजारीबाग में अमन साहु, अमन श्रीवास्तव, पांडेय गिरोह के अलावा भी कुछ छुटभैया गिरोह सक्रिय हैं।