राँची के चर्चित सिरमटोली फ्लाईओवर का हुआ उद्घाटन….कार्तिक उरांव पथ के नाम से जाना जाएगा फ्लाईओवर,हजारों लोगों को जाम से राहत मिलेगी…
राँची।राजधानी राँची में नवनिर्मित सिरमटोली फ्लाईओवर को कार्तिक उरांव पथ के नाम से जाना जाएगा। इसकी घोषणा राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज पर्यावरण दिवस के अवसर पर सिरमटोली फ्लाईओवर का उद्घाटन करते हुए की। इस अवसर पर मेकॉन चौक के समीप वन भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पौधारोपण कर लोगों को पर्यावरण दिवस की बधाई दी और पर्यावरण संकट पर चिंता भी जताई।
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि स्थिति ऐसी हो गई है कि जंगल में रहने वाले जानवर अब शहर की ओर जाने लगे हैं।पर्यावरण बचाने को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है।पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो पेड़-पौधे रहेंगे और हम भी बचे रहेंगे, नहीं तो कब बुरे दिन देखने पड़ेंगे कहना मुश्किल है। झारखण्ड वासियों के लिए यह सुखद बात है कि इसका नाम जेहन में आते ही जल, जंगल, पहाड़ और हरियाली से भरा राज्य जेहन में आता है।
मुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि ज्यादा नहीं तो कम से कम एक पेड़ तो जरूर बचाएं। आज देश में प्लास्टिक को खत्म करने की मुहिम चल रही है। कई राज्य इसके प्रदूषण से जूझ रहे हैं। सरकार चाहे लाख कानून बना ले, लेकिन जब तक हम यह नहीं समझेंगे कि क्या करना है और क्या नहीं करना है, तब तक यह संभव नहीं है।उन्होंने कहा कि गांव तो फिर भी सुरक्षित है, लेकिन शहर में स्थिति बद से बदतर है।शहर में सबसे ज्यादा बुद्धिजीवियों की संख्या होने के बावजूद समस्या सबसे ज्यादा है।
सिरमटोली फ्लाईओवर का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी की राजनीतिक पहचान की बलि देना और किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना हमारे लिए संभव नहीं है, क्योंकि हम एक राजनीतिक दल हैं।इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस ओवरब्रिज का नामकरण कार्तिक उरांव के नाम पर करने की घोषणा करते हुए लोगों को बधाई दी।मुख्यमंत्री ने पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना कर नवनिर्मित फ्लाईओवर का अवलोकन किया।पारंपरिक वेशभूषा में खड़े बड़ी संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। नवनिर्मित फ्लाईओवर को देखने निकले मुख्यमंत्री ने केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली जाकर पूजा-अर्चना की और फ्लाईओवर को लेकर पथ निर्माण सचिव को आवश्यक निर्देश देते नजर आए।
बता दें इस फ्लाईओवर का शिलान्यास 29 अगस्त 2022 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया था।तीन साल से भी कम समय में बनकर तैयार हुआ यह फ्लाईओवर सिरमटोली चौक से राजेंद्र चौक होते हुए मेकॉन गोल चक्कर तक बना है।इस नवनिर्मित 4 लेन फ्लाईओवर की लंबाई करीब 2.34 किलोमीटर है।इस फ्लाईओवर का रैंप सिरमटोली सरना स्थल के पास उतरने के कारण विवादों में है, जिसके कारण 4 जून को आदिवासी संगठनों ने बंद का आह्वान किया था।आंदोलनकारियों की मांग को खारिज करते हुए राज्य सरकार ने झारखण्ड बंद के 24 घंटे के भीतर इस फ्लाईओवर का उद्घाटन कर बड़ा संदेश दिया है।
करीब 355.76 करोड़ की लागत से बना यह फ्लाईओवर एयरपोर्ट और अन्य जगहों पर जाने वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा। इससे पहले 24 अक्टूबर 2024 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 2.24 किलोमीटर लंबे कांटा टोली फ्लाईओवर का उद्घाटन किया था।दोनों फ्लाईओवर के बन जाने से हजारों लोगों को जाम से राहत मिलेगी।इस मौके पर पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने कहा कि यह फ्लाईओवर नवीनतम तकनीक से बना है।जिसमें कई तरह की बाधाएं आईं जिन्हें दूर कर दिया गया। सरना स्थल के पास बने रैंप की ऊंचाई भी 124 फीट से घटाकर 84 फीट कर दी गई है।
इस मौके पर राज्य सरकार की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की और मंत्री संजय प्रसाद यादव ने संबोधित किया। कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इससे शहर में लगने वाले जाम से राहत मिलेगी।