Ranchi:जमीन कारोबारी मधु राय हत्याकांड मामले में पुलिस ने चार अपराधियों को किया गिरफ्तार,मुख्य अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर…
राँची।बीते 15 दिसंबर को दिनदहाड़े जमीन कारोबारी मधुसूधन राय उर्फ मधु राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।इस हत्याकांड का लगभग नामकुम थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया है।एसएसपी चन्दन सिन्हा ने बताया कि हत्याकांड की साजिश रचने वाले और एक शूटर सहित कुल चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।हालांकि इस घटना के मुख्य अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
पुलिस के अनुसार जमीन कारोबारी मधुसूधन राय के हत्या की साजिश रचने और हत्याकांड को अंजाम देने वाले अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। गठित छापामारी दल के द्वारा प्राप्त सूचनानुसार बड़ाकवाली से करीब 01 कि०मी० उत्तर दिशा में जंगल से उक्त हत्या कांड के 04 अपराधियों (मानवेल खलखो, अशोक सिंह, राज किशोर राय उर्फ गुड्डू एवं दीपक कुमार राय) को गिरफ्तार किया गया तथा 01 अपराधी भागने में सफल रहा। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से अवैध आग्नेयास्त्र/गाोली एवं अन्य सामग्री बरामद की गयी है तथा उनका अपराध स्वीकारोक्ति बयान अंकित किया गया है, जिसमें उनके द्वारा एक फिरार व्यक्ति के साथ मिलकर 08 एकड़ जमीन संबंधी पुराने विवाद के कारण मृतक मधुसूदन राय के गोतिया उमेश राय के साथ मिलकर मधुसूदन राय की हत्या की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार किया गया है।अपराधियों के द्वारा दिये गये स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार दीपक कुमार राय एवं राज किशोर राय एवं अन्य के द्वारा मृतक की रेकी कर अशोक सिंह को सूचना देने एवं अशोक सिंह के द्वारा उमेश राय को अवगत कराये जाने के पश्चात उमेश राय के द्वारा मानवेल खलखो के साथ मिलकर मधुसूदन राय का अपाची वाहन से पीछा कर रिंग रोड में गोली मार कर हत्या कर देने की बात स्वीकार की गयी है। यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि हत्या की घटना को अंजाम देने हेतु उमेश राय के द्वारा मालवेल खलखो एवं उसके किसी रिश्तेदार के नाम से TVS Apache Bike खरीदा गया है, जिसके डाउन पेमेन्ट एवं अन्य किस्तों का भुगतान उमेश राय के द्वारा हीं किया गया है। हत्या की प्लानिंग सितम्बर-2024 से ही बनायी जा रही थी। हत्या में मानवेल खलखो एवं उमेश राय द्वारा कुल 10 गोली चलायी गयी थी। गिरफ्तार अभियुक्तों के स्वीकारोक्ति बयान से यह तथ्य प्रकाश में आया है कि उमेश राय एवं गिरफ्तार दीपक राय, राज किशोर राय उर्फ गुड्डू राय व अन्य अपराधियों के द्वारा कांड के मृतक के उपर वर्ष 2008 में भी फायरिंग की गयी थी (नामकुम थाना कांड सं0-117/08), परन्तु उस दौरान मृतक की हत्या न होकर उनकी पत्नी को गोली लगने से हत्या हो गयी। तत्पश्चात वर्ष-2016 में पुनः फायरिंग की गयी (नामकुम थाना कांड सं0-62/16), परन्तु उस दौरान भी मधुसूदन राय की जान बच गयी थी, जिसके उपरान्त 15 दिसम्बर 2024 को इस घटना को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया।
एक महीने पहले बनी थी हत्या करने का प्लान..!
पुलिस के अनुसार मधु राय की हत्या की प्लानिंग पांच लोगों ने जिसमें मुख्य रूप से उमेश राय, मनवेल खलखो,अशोक सिंह,राज किशोर और दीपक राय बनाया था।गिरफ्तार हुए अपराधियों ने पूछताछ में खुलासा किया है।बताया कि वैसे तो हत्या की प्लांनिग कई महीने से चल रही थी।लेकिन टाटीसिलवे थाना क्षेत्र के होराप जंगल मे एक महीने पहले यानी नवम्बर माह में हत्या की पूरी प्लानिंग बना लिया था।जंगल मे करीब छह घण्टे तक बैठक कर पूरी प्लांनिग बनायी।
दो बाइक खरीदी गई…
हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए सबसे पहले मुख्य अपराधी उमेश राय के द्वारा दो नई अपाची बाइक खरीदा गया।एक बाइक मनवेल खलखो को दी।चूंकि मनवेल खलखो उमेश राय के लिए काम करता था।इसलिए उमेश ने मनवेल को इस घटना में बाइक देकर पूरी प्लांनिग सेट किया।वहीं उसके साले की शादी में खर्च के लिए रुपये देने की बात की।
कई दिनों से रेकी की जा रही थी..!
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने बताया है कि मधु राय की हत्या के लिए एक सप्ताह से रेकी की जा रही थी।पहले ही किस किस जगह सीसीटीवी कैमरा लगा है सब की रेकी की गई थी वहीं मधु राय कब और कहाँ आता जाता है।रेकी की जा रही थी।घटना से तीन चार दिन पहले भी उमेश राय गैंग के साथ हत्या करने के लिए तैयार था लेकिन कुछ कारणों से उस दिन घटना को अंजाम नहीं दे सका।
15 दिसंबर को पूरी फिल्मी स्टाइल में हत्या की घटना को अंजाम दिया और फिर भाग निकला…
पुलिस के अनुसार ,घटना के दिन यानी 15 दिसम्बर 2024 को सुबह करीब 10 बजे ही उमेश राय और मनवेल खलखो बाइक से घटना स्थल के आसपास पहुँच गया था।राज किशोर और दीपक को ये देखना था कि मधु राय कब घर से निकलता और किधर जाता है।ये भी पूरा ध्यान था कि सीसीटीवी के कैमरे में रेकी करने वाला ना आये और बचके रेकी करना है।इसी बीच करीब 11.30 बजे रेकी करने वाले ने सूचना पहले अशोक को दी कि उमेश राय घर से स्कूटी से निकल गया है।और नामकुम की ओर जा रहा है।उसके बाद अशोक ने खबर उमेश को दी।इसी बीच उमेश राय और मनवेल जो बाइक चला रहा था।कवाली पुल के पास पहुँचा।मधु राय के पहुँचते ही उमेश राय ने मधु राय पर पीछे से दो गोली चला दिया।मधु राय को गोली लगते ही उन्होंने स्कूटी को घुमाकर रिंगरोड रामपुर की ओर भागने लगे।लेकिन उमेश राय ने जो बाइक पर पीछे बैठा था और मनवेल बाइक चला रहा था।तुरन्त दोनों रिंगरोड पर आगे बढ़ा ।इसी बीच मधु राय को गोली लगने से आगे जाकर गिर गया।उसके बाद उमेश राय वहाँ पहुँच 8 गोली और मारा।जिससे मधु राय की मौके पर मौत हो गई।
रिवाल्बर की गोली खत्म होने पर दोबारा गोली लोड किया और फिर गोली मारी
पुलिस पूछताछ में मनवेल ने बताया कि उमेश राय रिवाल्बर से गोली चला रहा था।एक बार 6 गोली मधु राय को मारने के बाद फिर दोबारा रिवाल्बर में गोली लोड किया और दोबारा चार गोली मारा।
टाटीसिलवे की ओर भाग गया
हत्या करने के बाद दोनों बाइक से टाटीसिलवे की ओर भाग गया जहां अशोक सिंह इंताजर कर रहा था।इधर दो अन्य आरोपी राज और दीपक घटना स्थल की हर जानकारी अशोक को दे रहा था।पुलिस के अनुसार मुख्य अपराधी उमेश राय को भगाने और पूरी साजिश में अशोक का बड़ा हाथ है।
अशोक और उमेश को जमीन का काम करना था इसलिए मधु राय को रास्ते से हटाना जरूरी समझा
पुलिस सूत्रों के अनुसार,उमेश राय से मधु राय की पुरानी दुश्मनी है।उमेश राय पहले मधु राय की पत्नी की भी हत्या कर चुका है। उसपर कुल 17 संगीन केस दर्ज है।जमीन कारोबारी मधु राय इलाके में जमीन का कारोबार करता था।वहीं उमेश राय से जमीन को लेकर वर्षों से अदावत थी।उमेश राय या उसके सहयोगी कोई भी जमीन का काम करता था तो मधु राय की ओर अड़चन डाल दिया जाता था।वही एक बड़े भूखंड को लेकर कई बार टकराव पहले भी हो चुका था।इसी सब को लेकर उमेश राय ने फिर एक बार बड़ी साजिश रची और इस बार मधु राय की हत्या कर दी।