Ranchi:साइबर पुलिस ने दो साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार….बैंक का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलकर करते थे ठगी
राँची।राजधानी राँची ने झारखण्ड के चाईबासा में बैठकर साइबर ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 2 लाख 57 हजार नकद बरामद किए गए हैं।एसएसपी बताया कि 81 वर्षीय बुजुर्ग चुंडा पूर्ति के खाते से 3,26,278 रुपये की अवैध निकासी कर ली गई थी। मामले को लेकर पीड़ित ने राँची के धुर्वा थाने में मामला दर्ज करवाया था।
बुजुर्ग ने बताया था कि 5 अप्रैल से लेकर 11 अप्रैल के बीच उनके दो बैंक खातों से 3,26,278 रुपये की अवैध निकासी की गई है।मामले की जांच में जब राँची पुलिस जुटी तो यह जानकारी मिली कि पीड़ित बुजुर्ग अपने गांव कुचीबेडा, पश्चिमी सिंहभूम स्थित जिस ग्राहक सेवा केंद्र से पैसा निकालते थे, उसी के संचालक प्रशांत खिलार और उसके भाई रुपेश खिलार ने ही एकसाथ मिलकर बुजुर्ग के दोनों बैंक के एटीएम कार्ड का पहले फोटो लिया और फिर बैंक से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का पोर्ट कोर्ड लेकर दूसरे व्यक्ति के नाम से सिम को पोर्ट करा लिया. उसके बाद अपनी दुकान के एक मोबाइल फोन में सिम लगाकर पीड़ित बुजुर्ग का यूपीआई बना लिया।फिर उसी यूपीआई से बुजुर्ग के खाते से 3,26,278 रुपये की अवैध निकासी कर ली. आरोपी प्रशांत खिलार के द्वारा पीड़ित के खाता से दो लाख रुपये की निकासी कर अपने भाई रुपेश खिलार के खाते में भी ट्रांसफर किया था।
तकनीकी साक्ष्य जुटाने के बाद एसएसपी राँची ने साइबर पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया गया. छापेमारी दल के द्वारा प्राथमिकी अभियुक्त प्रशांत खिलार और रुपेश खिलार दोनों पिता बागुन खिलार, पता उड़िया टोला, ग्राम कोटगढ़, थाना नोवामुंडी, जिला पश्चिम सिंहभूम को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस पूछताछ में इन दोनों ने अपने अपराध को स्वीकार किया है। उनकी निशानदेही पर 2,57,200 रुपये और घटना में उपयोग किये गये मोबाइल फोन को बरामद किया गया।शेष राशि को अभियुक्तों के द्वारा अपने सीएसपी ग्राहकों और अपने परिचितों के खाते में ट्रांसफर किया गया है। उस राशि को भी जल्द ही बरामद कर ली जाएगी।