Ranchi:फिर पीट पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया,अनगड़ा क्षेत्र में चोरी के आरोप में युवक की पीटकर हत्या
राँची।जिले के अनगड़ा क्षेत्र में चोरी के आरोप में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है।यह घटना शनिवार की देर रात जिले के अनगड़ा थाना क्षेत्र में हुई है। जहां चोरी के आरोप में एक युवक की पीटकर हत्या कर दी गई है. मृतक की पहचान मुबारक के रूप में हुई है।वह महेशपुर इलाके का रहने वाला है और पेशे से ड्राइवर था।
बताया जा रहा है कि शनिवार रात के दो बजे के करीब मुबारक अनगड़ा पहुंचा था।जहां कुछ लोगों ने उसे चोर समझ कर पकड़ लिया और फिर उसकी पिटाई कर दी, जिसमें उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर अनगड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में कर अपने साथ थाने ले आयी. और मामले की जांच में जुटी हुई है।
इधर लोगों का कहना है:
मामला अनगड़ा प्रखंड अंतर्गत सिरका पंचायत के महेशपुर गांव मुबारक खान पिता मरहूम मजबूर खान 32 वर्षीय को शनिवार की रात लगभग 12 बजे रात में ग्राम सिरका के लोगों ने पीट पीट कर मार डाला और इल्जाम लगाया चोरी करने आया था।उसके गले में निशान है हाथ में निशान है पैर में चोट का निशान है। और दो बजे रात में प्रमुख अनवर खान को सूचित किया गया सभी ग्रामीण आके देखें तो साफ पता चलता है कि गला घोट कर मारा गया है।
इधर थाने में सेंसर महेपूर चिलदाग के लोगों ने थाना घेराव किया गया।बड़ी मशक्कत के बाद पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया।वहीं मौके पर मुस्तफा अंसारी उपप्रमुख अनवर खान नसीम अहमद शाह ने शाहरुख खान मिनहाज आलम आसान इमाम इब्राहिम अंसारी बुद्धिजीवी लोगों के समझाने बुझाने पर कुछ शांत कराया गया है।नौजवानों में आक्रोश देखा गया।फिलहाल पुलिस नजर बनाये हुए है
बता दें इससे पहले बीते 8 मार्च को राँची के कोतवाली इलाके में चोरी के आरोप में सचिन नाम के युवक की बांधकर पूरी रात पिटाई की गयी थी।इससे सुबह युवक की मौत हो गयी थी।
21 महीनों में 12 लोगों की चोरी के आरोप में हुई पीट-पीटकर हत्या:
झारखण्ड में चोरी के आरोप में पीट-पीटकर हत्या की घटनाएं थम नहीं रही हैं. बीते आठ मार्च को राँची में एक युवक की चोरी के आरोप में भीड़ ने पीटकर हत्या कर दी थी।जिसके बाद अनगड़ा में एक युवक की पीटकर हत्या कर दी गई. ये सिर्फ एक घटना नहीं है, इसके अलावा राज्य के अलग-अलग जिले में पिछले 21 महीने के दौरान चोरी के आरोप में भीड़ की पिटाई से 12 लोगों की मौत हुई है। पुलिस, प्रशासन के भीड़ की ओर से हिंसा पर लगाम लगाने के लिए तरह-तरह के जागरूकता अभियान चला रही है. लेकिन हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है।