जमीन पर जबरन कब्जे के प्रयास में हुए गोलीकांड में पुलिस ने 42 आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल…

 

दुमका। झारखण्ड के दुमका जिले के रामगढ़ प्रखंड के भदवारी-नोनीहाट में जमीन पर जबरन कब्जे के प्रयास में हुए गोलीकांड के मामले में पुलिस ने हंसडीहा थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।बहादुर बथान, भदवारी,नोनीहाट निवासी कामेश्वर भंडारी पिता दुखी भंडारी के लिखित बयान पर दर्ज प्राथमिकी में 46 व्यक्तियों को नामजद किया गया है, जबकि 55 अज्ञात व्यक्ति आरोपी बनाए गए हैं। 46 नामजद आरोपियों में पुलिस ने 42 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

दर्ज प्राथमिक में कामेश्वर ठाकुर ने आरोप लगाया है कि वह अपने परिजनों के साथ दुमका-भागलपुर स्टेट हाईवे के किनारे अवस्थित भदवारी-नोनीहाट में अपनी जमाबंदी जमीन पर घर का निर्माण कर रहे थे।इसी दौरान भदवारी निवासी अनिमेष दास अपने पुत्रों संजय कुमार दास एवं अजय कुमार दास के साथ-साथ लगभग 100 से अधिक लोगों के साथ हरवे-हथियार से लैस होकर आए एवं उन लोगों पर हमला कर दिया। संजय कुमार दास एवं अजय कुमार दास ने पिस्तौल से गोली भी चलाई।अचानक हुए इस हमले से उसके परिवार के कई सदस्य घायल हो गए।गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के बहुत सारे लोग जुट गए।पुलिस भी पहुंच गई।इसके बाद लोगों ने हमला करने वालों को खदेड़ना शुरू किया।

मौके का फायदा उठाकर बहुत सारे हमलावर भाग निकले, जबकि कुछ लोग बचने के लिए अनिमेष दास के घर में घुस गए। मामले में प्राथमिक की दर्ज कर पुलिस ने नामजद 46 में से 42 आरोपियों को अनिमेष दास के घर से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार लोगों में से कुछ लोग बिहार के बांका जिले के हैं। जबकि बांकी लोग दुमका जिले के विभिन्न प्रखंडों के हैं।काठीकुंड प्रभाग के सर्किल इंस्पेक्टर श्यामानंद मंडल के अनुसार पुलिस ने एक देसी कट्टा तथा एक चला हुआ खोखा बरामद किया है।इसके अलावा 65000 नगद भी बरामद किए गए हैं।बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, बाइक तथा कार भी जप्त की गई है।

बताया जाता है कि भदवारी निवासी कामेश्वर ठाकुर एवं अनिमेष दास के परिवार के बीच जमीन पर मालिकाना हक को लेकर पूर्व से विवाद चल रहा था। कामेश्वर ठाकुर के अनुसार जिस जमीन को विवादित बताने का प्रयास किया जा रहा है वह उनकी जमाबंदी जमीन है। न्यायालय का निर्णय भी उनके पक्ष में है। इस जमीन पर वे लोग घर का निर्माण कर रहे थे। 18 जुलाई को अनिमेष दास के पुत्र संजय कुमार दास एवं अजय कुमार दास ने उन लोगों को जमीन पर से हटने अथवा परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। जानकारों के अनुसार हाल के दशक में किसी मामले में एक साथ 42 लोगों की गिरफ्तारी का दुमका जिले में यह पहला मामला है।

इन सब की हुई है गिरफ्तारी:
जरमुंडी के सहारा का ललटु कुमार, ध्रुवचंद्र कुमार, प्रिंस कुमार, रजन गांव का उत्तम कुमार मांझी, बासुकिनाथ का आकाश कुमार, शिवम कुमार, प्यारे लाल साव,रोशन कुमार, बोगली का मोहन कुमार यादव उर्फ मोहन कुमार, आशीष कुमार, गोपाल कुमार मांझी, मुकेश कुमार, कल्होड गांव का पिंटु महामरीक व चंदन कुमार, ककनिया का मिथुन कुमार, मंटु कुमार वैद्य व छोटा मंगल मुर्मू, श्रीरामपुर रायकिनारी का गौतम कुमार व मुनचुन कुमार, खुटेहरी का कामदेव मंडल, नवडीहा का सुधीर राय, चमराबहियार बारा का बरुण कुमार, नोनीहाट उपरवारा का अरुण मांझी, करण मांझी, नोनीहाट का रमेश मुर्मू, अनिमेष दास, बसबेरवा का पवन कुमार यादव, बढैत का धनंजय कुमार, सरैयाहाट के ठाढी खरवा चंदुबथान का पिंटु कुमार, भंगाबांध का यशवल कुमार, संतोष कुमार, कालीपुर का भावेश कुमार व सुचित डोली, छतना का मिथुन कुमार उर्फ मिथुन कुंवरद व दिलीप कुंवर, बांका जिले के बिरनियां बियाही मोड का मिठु तुरी, अरुण तुरी, अमन कुमार तुरी, गणेश तुरी, आशीष कुमार, सिकन्दर तुरी, बांका के ही चांदन गोंडा का नजाबुल अंसारी उर्फ छोटु शामिल हैं।