पलामू पुलिस ने माओवादियों के द्वारा छुपाकर रखा भारी मात्रा में हथियार बरामद किया, चुनाव के दौरान बड़ी वारदात की थी योजना..
पलामू।झारखण्ड में पलामू पुलिस ने विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी घटना को अंजाम देने की माओवादियों की योजना को विफल कर दिया है।पुलिस की कार्रवाई में माओवादियों के द्वारा रखा हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है। हथियारों का यह जखीरा पलामू जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के झरना पहाड़ी से बरामद किया गया है। माओवादियों ने हाल ही में हथियारों को साफ कर उन पर ऑयल लगाया था, ताकि उनमें जंग न लगे।
मिली जानकारी के अनुसार माओवादी विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। घटना को अंजाम देने के लिए माओवादी अमेरिका और सर्बिया में निर्मित गोलियों का इस्तेमाल करने वाले थे।हमले को अंजाम देने के लिए माओवादियों ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक जुटाए थे।पलामू पुलिस की कार्रवाई में माओवादियों के हथियारों का यह बड़ा जखीरा बरामद किया गया है। मौके से एक 303 राइफल, 54 एसपीआरजी पीपीयू लिखा हुआ, 26 एसपीआरजी एसएंडजी लिखा हुआ, 914 0.22 एमएम की गोलियां बरामद की गई हैं।
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि बरामद हथियारों का इस्तेमाल विधानसभा चुनाव के दौरान माओवादियों द्वारा किया जा सकता था।बरामद राइफलें पुलिस से लूटी गई थीं, हथियारों का यह जखीरा 15 लाख रुपये के इनामी माओवादी नितेश यादव, 10 लाख रुपये के इनामी माओवादी संजय गोदराम और इंताज अंसारी उर्फ ठेंगन ने इकट्ठा किया था।
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि बरामद गोली पर कुछ नंबर लिखे हैं।जब इस नंबर और कोड की जांच की गई तो पता चला कि यह नंबर अमेरिका और सर्बिया में बनी गोलियों पर लिखा जाता है।मामले की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। बरामद राइफल पर नंबर भी लिखे हैं, जिससे पता लगाया जा रहा है कि बरामद राइफल कहां से लूटी गई थी।
माओवादियों से बरामद 0.22 एमएम की गोली को पुलिस अहम मान रही है। एसपी ने बताया कि इस गोली का इस्तेमाल लैंडमाइंस और मोर्टार बनाने में होता था। पुलिस की छापेमारी अभियान में एसडीपीओ अवध किशोर यादव, इंस्पेक्टर द्वारिका राम, थाना प्रभारी विमल कुमार और जगुआर टीम शामिल थी।