सिम बॉक्स रैकेट खुलासा मामले में आरोपी को लेकर राँची पहुंची ओडिशा पुलिस, नामकुम के मौलाना आजाद कालोनी में राँची पुलिस के साथ की छापामारी…

 

राँची।ओडिशा पुलिस के द्वारा सिम बॉक्स रैकेट खुलासा मामले में ओडिशा पुलिस के स्पेशल स्कायड एसीपी हिमांशु स्वाई एवं एसीपी केपी मिश्रा के नेतृत्व में दस लोगों की टीम ओडिशा से राजधानी राँची के नामकुम थाना क्षेत्र अंतर्गत मौलाना आजाद कालोनी पहुंची। मामले में भुवनेश्वर लक्ष्मीसागर थाना क्षेत्र अंतर्गत महादेव नगर से गिरफ्तार राजू मंडल को लेकर पहुंची पुलिस ने नामकुम ,लोअर बाजार थाना एवं खादगढ़ा ओपी पुलिस की सहायता से मौलाना आजाद कॉलोनी के रोड नंबर 15 स्थित हाजी सुहैल के घर में छापामारी की। जहां राजू मंडल ने भाड़े में फ्लेट ले रखा था।वहीं राँची पुलिस के डीएसपी मुख्यालय प्रथम अमर कुमार पांडेय, तकनीकी शाखा,साइबर सेल के लोग भी मौके पर पहुंचे और आवश्यक जांच की।

6 घंटे की छापामारी के बाद पुलिस ने उसके फ्लैट से 5 सिम सेटअप बॉक्स सहित अन्य सामान जब्त किया।शाम सवा सात बजे पुलिस जब्त सामानों का बड़ा थैला,एक सूटकेस,एक पिट्ठू बैग एवं एक इन्वर्टर सेट लेकर ऑटो से बाहर निकली। जिसके कुछ देर बाद सुरक्षा घेरे में राजू मंडल को लेकर निकली एवं अपने साथ ले गई।

एसीपी ने बताया कि 16 अगस्त को उड़ीसा पुलिस ने सिम बॉक्स रैकेट का खुलासा करते हुए राजु मंडल को गिरफ्तार किया था। पांच दिन की रिमांड पर पूछताछ करने पर उसने भुनेश्वर ,कटक ,राँची में सिम बॉक्स संचालित करने की बात कही।उसकी निशानदेही पर पुलिस ने भुवनेश्वर से सात एवं कटक से पांच सिम सेटअप बॉक्स, दो रिजर्व सिम बॉक्स, सैकड़ों सिम, राउटर सहित अन्य सामान जब्त किया था राजू मंडल के इनपुट पर ही पुलिस मौलाना आजाद कालोनी पहुंची।

बंगलादेश सहित अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन के बारे में एसीपी ने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है।जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा उन्होंने पूरे छापामारी में राँची पुलिस की कार्यशैली की सराहना की।राजू ने पूछताछ में बताया कि पूरे मामले में मास्टर माइंड अशदुर जमाल है जो बांग्लादेश का रहने वाला है।

सिम बॉक्स एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसे सिम बैंक भी कहा जाता है। यह इंटरनेट बेस्ड एक हार्डवेयर डिवाइस है, जिसका इस्तेमाल टेलीकॉम में डायरेक्ट जीएसएम कम्यूनिकेशन को टर्मिनेट करने के लिए किया जाता है।डिवाइस में एक साथ काफी संख्या में सिम कार्ड लगे होते हैं,जिससे इंटरनेशनल कॉल को स्थानीय जीएसएम कॉल में कन्वर्ट किया जा सकता है।इंटरनेशनल कॉल को फर्जी तरीके से स्थानीय नंबर से कन्वर्ट किया जाता है जिससे फोन रिसीव करने वाले को स्थानीय नंबर लगता है। इससे कॉल करने पर चार्ज कम लगते हैं। इससे टेलीकॉम इंडस्ट्री को करोड़ों रुपये का नुकसान होता है।

कपड़ा व्यवसाय के लिए 8000 प्रतिमाह किराए पर लिया था फ्लैट

राजू ने राँची में जिस फ्लैट से सिम सेटअप बॉक्स ऑपरेटर करता था उसने फ्लैट कपड़ा का व्यवसाय करने के लिए 8000 प्रतिमाह किराए पर लिया था। फ़्लैट मालिक यहां नहीं रहता। एक केयरटेकर के भरोसे फ्लैट हैं जिसमें और भी किरायदार रहते हैं।दिसंबर 2023 में अशदुर सिम बॉक्स सेटअप संचालित करने के लिए कटक आया था जहां राजू मंडल देखकर करता था

राँची पुलिस के द्वारा रोड नंबर 15 स्थित फ्लैट में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। पुलिस मुख्य गेट पर तैनात थी किसी को भी प्रवेश नहीं करने दे रही थी।सूचना आग की तरह फैल गई थी। दो बजे से देर शाम तक स्थानीय लोगों की भीड़ जुटी रही सभी राजू की एक झलक देखना चाह रहे थे।