एनआईए ने आठ नक्सलियों को किया मोस्टवांटेड घोषित,19 लाख का इनाम घोषित,पाँच पुलिसकर्मियों की हत्या का मामला..
राँची।झारखण्ड के सरायकेला-खरसांवा के तरूलडील थाना के पांच पुलिसकर्मियों की भाकपा माओवादियों के द्वारा हत्या की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए ) कर रही है।इस मामले की जांच के क्रम में एनआईए ने भाकपा माओवादी संगठन के आठ नक्सलियों को मोस्ट वांटेड घोषित किया और इनके ऊपर इनाम घोषित किया है।इन आठ नक्सलियों के ऊपर एनआईए ने सात लाख से 50 हजार रुपया तक का इनाम घोषित किया है
आठ नक्सलियों के ऊपर 19 लाख का इनाम घोषित
सचिन मार्डी: 07 लाख
अमित मुंडा: 05 लाख
प्रभात मुंडा: 03 लाख
गुलशन मुंडा: 02 लाख
रवि: 01 लाख
अतुल महतो: 01 लाख
प्रदीप मंडल: 50 हजार
एनम हस्सा पूर्ति: 50 हजार
5 पुलिसकर्मियों की हत्या कर लूट लिए गए थे हथियार:
14 जून 2019 को सरायकेला जिले के तीरूलडीह के कुकुरूहाट बाजार में भाकपा माओवादियों ने पेट्रोलिंग करने निकली पुलिस टीम पर हमला कर पांच पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था. वहीं हत्या के पास दो पिस्टल, 70 जिंदा कारतूस, तीन इंसास राइफल व उसकी 550 राउंड कारतूस, 10 मैगजीन, मोबाइल फोन, पुलिसकर्मियों के बैलेट माओवादियों ने लूट लिए थे। घटना को अंजाम देने के बाद भागने के क्रम में पुलिस वाहन को भी आग के हवाले कर दिया गया था. वायरलेस के जरिए थाने को सूचना न दी जा सके, इसके लिए वायरलेस भी माओवादियों ने लूट लिया था।एनआईए ने इस मामले को टेकओवर कर जांच कर रही है।
हथियार की जरूरत के दिया था वारदात को अंजाम:
घटना के समय सरायकेला में माओवादियों का दस्ता बीते डेढ़ सालों से कैंप कर रहा था। हथियार की जरूरत के लिए माओवादियों ने रेकी कर पुलिस बलों पर हमला कर हथियार लूटा था।इस कांड की साजिश रचने में भाकपा माओवादियों के सेंट्रल कमेटी मेंबर पतिराम मांझी उर्फ अनल, महाराज प्रमाणिक, अमित मुंडा जैसे बड़े माओवादी शामिल थे।
हमले से एक महीने पहले बनाई गई थी योजना
एनआइए की जांच में यह तथ्य सामने आ चुका है, कि कुकड़ूहाट में सुरक्षा बलों पर हमले की योजना सेंट्रल कमेटी सदस्य अनल दा के नेतृत्व में हमले के एक माह पहले बनाई गई थी. इसे घटना के एक दिन पहले अरहंजा जंगल में अंतिम रूप दिया गया था, जहां नक्सलियों ने हमले का पूर्वाभ्यास किया था।