लोकसभा चुनाव 2024:झारखण्ड में चार सीटों पर होगा 13 मई को मतदान,महिला और निशक्त संभालेंगे वोटिंग की जिम्मेदारी….
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राँची। झारखण्ड में लोकसभा के चौथे चरण में 13 मई को होने वाले मतदान के दौरान सैकड़ों बूथों की जिम्मेदारी महिला निर्वाचनकर्मी संभालेंगी।चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक झारखण्ड के पहले चरण में सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू में होने वाले मतदान के लिए 519 ऐसे मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जिसकी जिम्मेदारी महिला निर्वाचनकर्मियों पर होगी।आंकड़ों के मुताबिक इसमें सबसे ज्यादा खूंटी में महिला निर्वाचनकर्मी मतदान की जिम्मेदारी संभालते नजर आएंगी।चुनाव आयोग के द्वारा महिलाओं के द्वारा संचालित बूथ पर नजर दौड़ाएं तो सिंहभूम में 122, खूंटी में 210,लोहरदगा में 115 और पलामू में 72 ऐसे मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिस पर सभी निर्वाचनकर्मी महिला होगी।
महिलाओं के अलावा इस बार के चुनाव में शारीरिक- मानसिक रुप से निशक्त निर्वाचनकर्मी भी बूथों पर मतदान की जिम्मेदारी संभालेंगे। चुनाव आयोग ने पहले चरण में 14 ऐसे मतदान केंद्र बनाए हैं, जहां सभी निर्वाचनकर्मी निशक्त होंगे।आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पहले चरण में सभी 7595 मतदान केंद्र आदर्श मतदान केंद्र होंगे जहां से वेब कास्टिंग की व्यवस्था होगी।
पहले चरण में 9114 ईवीएम का होगा इस्तेमाल, हर दो घंटे पर मतदान प्रतिशत ऐप पर होगा जारी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के अनुसार पहले चरण के चुनाव में 9874 वीवीपैट, 9114 सीयू और 9114 बीयू का इस्तेमाल होगा। शनिवार को मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए सीईओ ने कहा कि पहले चरण में चारों संसदीय क्षेत्र में 639 शहरी क्षेत्र में वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 6956 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा।
मतदान को लेकर आम लोगों में तरह-तरह की उत्सुकता पोलिंग के दिन बनी रहती है।इसको ध्यान में रखते हुए वोटर टर्नआउट एप के जरिए हर 2 घंटे के अंतराल पर वोटिंग प्रतिशत की जानकारी मिल सकती है।उन्होंने कहा कि सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होने के बाद, उसके ढाई घंटे बाद 9:30 बजे ऐप पर प्रथम 2 घंटे पहले तक का मतदान की अनुमानित स्थिति सार्वजनिक की जाएगी।वहीं उसके बाद हर 2 घंटे के अंतराल पर शाम 7 बजे तक मतदान प्रतिशत जारी किया जाएगा। उसके बाद रात 12 बजे क्लोजअप पोल डेटा इस ऐप पर दिखने लगेगा।अगले दिन स्क्रुटनी के बाद रात 12 बजे तक फाइनल डेटा ऐप पर दिखेगा।
खूंटी में जिला प्रशासन ने एक यूनिक बूथ बनाया है। तोरपा प्रखंड के दुरस्त इलाके में यूनिक बूथ बनाया गया है, जहां मतदानकर्मी जनजातीय लुक में नजर आएंगे।निर्वाचन पदाधिकारी ने इसकी जानकारी दी है. सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।खूंटी जिले में 148 क्रिटिकल बूथ हैं, जिसमे अंदर और बाहर से वेब कास्टिंग की पूर्ण व्यवस्था बहाल की गई है।खूंटी में पहली बार कार्डियक एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर की भी व्यवस्था की गई है। दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए एक सहयोगी की भी व्यवस्था की गई है, साथ ही दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए ब्रेल बैलेट की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।खूंटी जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में आदिमजाति वाले मतदान केंद्रों में उनकी सुविधा के लिए वाहन की व्यवस्था की गई है।
सिंहभूम के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षित तरीके से मतदान संपन्न कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। पोलिंग पार्टियों को हेलीकॉप्टर के जरिए बूथों पर पहुंचाए जाने का काम शनिवार से शुरू कर दिया गया है। सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र में कुल 1715 मतदान केंद्र हैं, जिसमें कुल 877 अति संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्र की संख्या 838 है। अति संवेदनशील बूथों के लिए मतदान कर्मियों को शनिवार को चाईबासा टाटा कॉलेज मैदान से सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए भेजा गया।
लोहरदगा लोकसभा संसदीय सीट के मतदान 13 मई को होने वाली है। जिसको लेकर शनिवार को नक्सल प्रभावित अतिसंवेदनशील 11 बूथों के लिये मतदानकर्मियों को शनिवार को गुमला जिला के पुगु स्थित एलोड्रम से सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजा गया। लोहरदगा जिला के पेशरार के अति नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से 2 दिन पहले मतदान कर्मियों को कड़ी सुरक्षा के बीच भेजा गया है।