Jharkhand:शादी समारोह में संगीत कार्य्रकम में चली गोली राँची के ठेकेदार की मौत,शव छोड़कर साथी फरार,परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है,पुलिस जांच में जुटी है।
गढवा।राँची के एक बड़े ठेकेदार अरविंद कुमार सिंह की गढ़वा में गोली लगने से हुई मौत।घटना से गढ़वा सहित राजधानी राँची में पसरा मातम। ठेकेदार गढ़वा के भवनाथपुर के टाउनशिप में किसी शादी में शरीक होने गए थे। शादी में संगीत समारोह चल रहा था, तभी किसी ने फायरिंग कर दी और गोली अरविंद की जांघ में लग गई। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचते ही उनकी मौत हो गई। इसके बाद उनके साथी उनके शव को छोड़कर वहां से भाग गए। अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
45 वर्षीय अरविंद सिंह का शुमार राँची में भवन निर्माण विभाग के बड़े ठेकेदारों में होता है। उनके पिता भागवत सिंह नामचीन मजदूर नेता रह चुके हैं। पलामू के पांकी थाना क्षेत्र के निमाचक में उनकी ससुराल है। वे पूर्व विधायक संकेटेश्वर सिंह के दामाद थे। अरविंद सिंह ने झारखंड के तीन दर्जन से अधिक थानों के भवन का निर्माण करवाया है, जबकि राँची में उनके कई शोरूम भी हैं। वे मूल रूप से औरंगाबाद के दाउदनगर गोड़तारा के रहने वाले थे।
पिता का रो-रोकर बुरा हाल
घटना की सूचना के बाद मेदिनीनगर शहर थाना पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है। इधर मृतक के परिजन भी मेदिनीनगर पहुंच गये हैं। और परिजनों हत्या का आरोप लगाया है।परिजनों का कहना है हत्या की गई लेकिन इसे शादी समारोह में गोली चलने की रूप दिया गया।वहींइंस्पेक्टर सह मेदिनीनगर शहर थाना के प्रभारी अरूण महथा ने बताया कि मामला शादी समारोह में हुई फायरिंग का है।हर पहलू पर जांच जारी है।बहरहाल, अरविंद सिंह की मौत के बाद से गढ़वा और राँची में मातम पसर गया है। उनके पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
मिली जानकारी अनुसार अरविंद सिंह औरंगाबाद से भावनाथपुर वारात में शामिल होने गए थे । उससे पहले पलामू के निमाचक स्थित अपने ससुराल गए थे । भावनाथपुर में एक होटल में संगत कार्यक्रम के दौरान गोली चली । जिससे उनके दोनों पैरों पर गोली लग गई है । करीबी उन्हें मेडिकल कॉलेज ले गए।जहां उन्हें छोड़ कर फरार हो गए।घटना की सूचना के बाद आज सुबह परिजन हॉस्पिटल पहुंचे।जहां परिजनों ने अरविंद सिंह की शादी समारोह में हत्या करने का आरोप लगाया है।मृतक के साले देवेंद्र कुमार सिंह ने आशंका जाहिर की है कि हर्ष फायरिंग के दौरान इनकी गोली नहीं लगी है, हर्ष फायरिंग के दौरान अगर गोली लगी होती तो एक गोली लगती इन्हें दो गोली लगी है इससे साफ जाहिर होता है कि इन्हें किसी साजिश के तहत गोली मारी गई है।हत्या के बाद जान पहचान के लोगों ने इसे खुशी में की गई फायरिंग का रंग देने के लिए अरविंद सिंह के शव को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में छोड़कर भाग गया।घटना बुधवार की रात करीब 12 बजे की है।