Jharkhand:एकाएक भाभी को गिफ्ट में दी जाने लगी ‘भौजी साड़ी’,राँची के चंदवे में आज भौजी साड़ी पूजा,जानिए क्या है पूरा मामला ..
एकाएक भाभी को गिफ्ट में दी जाने लगी ‘भौजी साड़ी’, जानिए क्या है पूरा मामला
राँची।झारखण्ड के कई ग्रामीण क्षेत्रों में आजकल एक अफवाह बहुत तेजी से फैली है।महिलाओं का कहना है कि अगर अपनी भाभी को भौजी साड़ी गिफ्ट में दें और साथ पूजा करें तो आने वाला हर संकट टल जाता है। इस अफवाह के बाद गांवों में साड़ी खरीदने वालों की भीड़ लग गई। नंदन अपनी भाभियों को ‘भौजी साड़ी’ पहुंचाने में जुटी हैं। भाई के लिए लुंगी, मिठाई, अगरबती, फूल आदि भी पहुंचा रही हैं। फिर सभी भाभी एक साथ मिलकर नदी या तालाब में नहाती हैं और पूजा करने के बाद नई साड़ी को पहनकर घर आती हैं।
आज इसी दौरान राँची के चंदवे गांव में भी देखा गया जहां दर्जनों महिलाएं तालाब में स्नान कर ननद द्वारा गई साड़ी पहनकर पूजा की जा रही है।सुबह से ही इस अफवाह वाली घटना से महिलाएं नदी तालाब में स्नान कर पूजा की जा रही।भौजी साड़ी !चंदवे ग्राम में सुबह से ही भौजी साड़ी टोटके में पूरे गांव की महिलाओं द्वारा पूजा की जा रही है।बताया जा रहा है कि भौजी को ननद द्वारा साड़ी देने की अफवाह उड़ी है।ननद द्वारा साड़ी देने को बात कहीं उड़ते हुई आई फिर क्या पूरे इलाके में महिलाओं को ननद द्वारा साड़ी दी गई फिर सुबह तालाब में स्नान कर मंदिर में पूजा की जा रही है।
इसका कारण महिलाओं से पूछे जाने पर किसी के पास कोई सटीक जवाब नहीं है। सभी अलग-अलग तरह की कहानी बताती हैं और एक-दूसरे की देखा-देखी ये सब कर रही हैं। कई गांवाें में हालत यह है कि जिनके पास साड़ी खरीदने के पैसे नहीं हैं, वो उधार लेकर साड़़ी खरीद रही हैं। इस अंधविश्वास से कपड़ा व्यवसायी खूब मुनाफा कमा रहे हैं।वहीं चंदवे के एक व्यक्ति ने बताया कि इस अफवाह से महिलाओं में अंधविश्वास इस कदर छा गया है कि कुछ पढ़े लिखे महिला भी इस मे शामिल हो गए हैं।खेर जो भी हो लोगों को जागरूक किया जा रहा है।वहीं कुछ महिलाओं का मजाकिया लहजे में कहना था कि कम से कम एक साड़ी ननद दे तो रही है।
वहीं पिछले दिनों दुलमी के बोंगासौरी निवासी दुधेश्वर महतो ने बताया कि होन्हे पंचायत के ही लोगों द्वारा लाखों रुपये की खरीदारी होने का अनुमान है। ग्रामीण क्षेत्रों के पढ़े लिखे लोग भी इस अंधविश्वास को मान रहे हैं। लोगों में अंधविश्वास है कि भाभी को भौजी साड़ी नहीं पहुंचाने से कोई अनहोनी घटना जाएगा। बस गांव की बहनें इसी अंधविश्वास के डर से इसका पालन कर रही हैं।वहीं इस बात की भनक जब प्रखंड के अधिकारियों को लगा है तो अधिकारियों का कहना है कि वह लोगों को जागरूक कर रहे हैं ऐसा कुछ नहीं है। इसकी जांच की जा रही है कि अफवाह किसने फैलाई। अधिकारियों का कहना जिसने भी यह अफवाह फैलाई है उसको चिन्हित करके कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नोट:इस ख़बर को सिर्फ आप तक पहुंचाने का मकसद है ना कि अंधविश्वास को बढ़ावा देने का,जागरूक रहें।अफवाह से बचें।भौजी साड़ी की सत्यता क्या है इसे हमारे ओर से प्रमाणित नहीं किया जा सकता है।हमारी टीम द्वारा गांव से वहीं रिपोर्ट तैयार करते हैं जो गांव की महिलाएं द्वारा की जा रही पूजा पाठ है और उनके द्वारा कुछ कहीं बातें हैं। इसमें हमारे ओर से कोई तथ्य नहीं जोड़ा गया है।