पटना पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर की बड़ी गलती से पटना पुलिस के तीन पुलिसकर्मी सहित आठ लोगों को झारखण्ड पुलिस ने किया गिरफ्तार…

 

 

राँची/बोकारो/कोडरमा।पटना के गर्दनीबाग थाने की पुलिस को झारखण्ड पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है। झारखण्ड पुलिस ने कॉलर पकड़कर पुलिसवालों को कार में बिठाया। पकड़े गए पुलिस कर्मी में ट्रेनी सब इंस्पेक्टर राजू कुमार, महिला सिपाही रंजना कुमारी और SSP सेल के कर्मी अवनीश हैं।दरअसल, गर्दनीबाग पुलिस एक अगवा लड़की की तलाश में प्राइवेट गाड़ी से झारखण्ड के बोकारो गई थी। पुलिस को इनपुट मिला था कि लड़की बोकारो के सेक्टर 4 में लक्ष्मी मार्केट के पास है। पटना पुलिस वहां पहुंची और फल बेचने वाले विवेक कुमार (24) को लड़की की फोटो दिखाकर पूछताछ की।उसने पहचानने से इनकार किया तो टीम आक्रोशित हो गई और गोली मारने की बात कही, इस दौरान गोली चल गई। जो विवेक के कंधे में लगी, उसके बाद यही गोली छिटककर साथ गए लड़की के भाई को लग गई।

वहीं, फायरिंग के बाद वहां मौजूद लोग आक्रोशित हो गए, जिसके बाद पटना पुलिस वहां से भाग निकली। इधर, घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने बिहार पुलिस की टीम समेत 8 लोगों को कोडरमा से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों में तीन पुलिस वाले, 2 ड्राइवर और लड़की के पिता-चाचा और भाई है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रविवार सुबह 9:30 बजे विवेक ठेला लेकर निकल रहा था। तभी एक कार से छह-सात लोग आए। उन्होंने मोबाइल पर तस्वीर दिखाकर पूछताछ की। विवेक के इनकार करने पर उसे खींचकर कार में ​बैठा लिया।पिस्टल निकालकर गोली मारने की धमकी दी। तभी गोली चली और विवेक के कंधे के आर-पार हो गई। इससे सभी घबरा गए।

विवेक से ही अस्पताल का पता पूछा। उन्होंने BGH ले जाने को कहा, लेकिन वे लोग उसे सेक्टर-4 स्थित भवानी मेडिकल के पास छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद दवा दुकानदार ने परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया।सूचना के बाद झारखण्ड पुलिस ने बिहार की ओर जाने वाली सभी गाड़ियों की चेंकिंग की। इसी दौरान कोडरमा में 2 अर्टिगा गाड़ी पर संदेह हुआ। गाड़ी रोककर पूछताछ की गई तो गोलीबारी की घटना की जानकारी झारखण्ड पुलिस को मिली। इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, लड़की के पिता और भाई पटना पुलिस के साथ ही बोकारो गए थे। फिलहाल घायल फल विक्रेता विवेक साव काे बोकारो के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।वह मूल रूप से कोडरमा के ढुबाडीह का रहने वाला है और बोकारो के लक्ष्मी मार्केट में फल बेचता है। विवेक, अगवा लड़की के प्रेमी के दोस्त बताया जाता है।घायल विवेक के भाई अनिल कुमार ने बताया, ‘मेरे छोटे भाई का फोन आया था। उसने कहा कि भइया जल्दी आइए मुझे बहुत मारा है। वो मां भवानी अस्पताल में भर्ती था। मैं अस्पताल पहुंचा तो कंपाउडर ने बताया कि आपके भाई को गोली लगी है बड़े अस्पताल ले जाइए।’

अनिल ने आगे बताया, ‘विवेक ने कहा कि जो लोग उसे मारने आए थे, उसके साथ लड़की का भाई भी था। उसे भी गोली लगी है। मारने वालों ने पूछा था कि आप इस लड़के को जानते हैं क्या, बस इसके बाद गोली मार दी।’

बिहार पुलिस बोकारो निजी गाड़ी से गई थी। अब गर्दनीबाग थाने की पुलिस पर दाे केस दर्ज किए गए हैं। बोकारो की चास पुलिस ने विवेक का बयान दर्ज कर लिया है।वहीं, गर्दनीबाग पुलिस का दावा है कि IG से अनुमति मिलने के बाद पुलिस बोकारो गई थी।

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