Jharkhand:नई नियोजन नीति के खिलाफ आंदोलन करेगी भाजपा,प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा-सरकार धुर्वीकरण का प्रयास और राजभाषा का अपमान कर रही है
राँची।भाजपा झारखण्ड सरकार की नई नियोजन नीति को राजभाषा का अपमान बता रही है। वह इसके खिलाफ राज्य भर में आंदोलन करेगी। भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि धुर्वीकरण का प्रयास करने के चक्कर में सरकार राजभाषा का अपमान करने के साथ क्षेत्र विशेष के साथ अन्याय कर रही है।
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि सरकार के इस तुगलकी निर्णय के खिलाफ भाजपा जन जागरण अभियान चलाएगी। जिसकी रूपरेखा शीघ्र शीर्ष नेतृत्व तय करेगा। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व की नियमावली में राज्य स्तरीय मेंस के पेपर 2 में जनजातीय क्षेत्रीय भाषा के लिए हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत विषय का भी प्रावधान था। जो कि इस बार के नए नियमावली में उपरोक्त तीनों विषय को हटा दिया गया है।
बहुसंख्यक विरोधी मानसिकता से काम कर रही है सरकार
उन्होंने बताया कि नई नियमावली में उर्दू को जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा में पेपर 2 में यथावत रहने दिया गया है। जबकि उर्दू कोई क्षेत्रीय जनजातीय भाषा नहीं है। यह साफ दिखाता है कि राज्य सरकार बहुसंख्यक विरोधी मानसिकता से कार्य कर रही है और सिर्फ अल्पसंख्यक वोटों के ध्रुवीकरण के कारण ऐसा कदम उठा रही है। इसका कड़ा प्रतिरोध किया जाएगा।
झारखण्डी मूल के सामान्य जातियों के छात्रों के साथ भी अन्याय
प्रदेश प्रवक्ता ने यह भी कहा कि राज्य स्तरीय पदों के लिए जनजातीय क्षेत्रीय भाषा के पेपर 2 में भोजपुरी,अंगिका जैसी भाषाओं को हटा दिया गया है। जिससे पलामू, गढ़वा, साहिबगंज एवं गोड्डा में रहने वाले लोगों के साथ घोर अन्याय होगा। इन क्षेत्र के छात्रों के पास मुख्य परीक्षा में हिंदी के रूप में एक विकल्प रहता था। लेकिन राज्य सरकार ने उसे भी हटा दिया। इस नई नियमावली से झारखण्डी मूल के सामान्य जातियों के छात्रों के साथ भी घोर अन्याय किया गया है। अगर इस वर्ग के छात्रों ने किसी भी कारण से किसी दूसरे राज्य से मैट्रिक, इंटर की पढ़ाई किया हैं तो वे झारखण्ड में कोई भी प्रतियोगिता परीक्षा का फॉर्म भरने से वंचित हो जाएंगे जो कि उनके साथ बहुत ही बड़ा अन्याय होगा।