झारखण्ड एटीएस ने सिमडेगा जेल में की छापेमारी; गैंगस्टर अमन साहू का गुर्गा आकाश राय उर्फ मोनु कर रहा था मोबाइल का इस्तेमाल

 

राँची।गैंगस्टर अमन साहू का खास गुर्गा आकाश राय उर्फ मोनू जेल में मोबाइल का प्रयोग कर रहा था।एटीएस की छापेमारी में इस बात का खुलासा हुआ है। एटीएस ने सिमडेगा जेल में छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान एटीएस की टीम ने सिमडेगा जेल में बंद अमन साहू गिरोह के अपराधी आकाश राय उर्फ मोनू के पास से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किया है। एटीएस को सूचना मिली थी कि अपराधी जेल में रहते हुए मोबाइल का उपयोग कर जेल के अंदर से ही अपराधी घटनाओं को अंजाम दिला रहे हैं। जिसके बाद एटीएस एसपी ऋषभ कुमार झा ने सिमडेगा पुलिस की मदद से जेल में करीब 5 घंटे तक छापेमारी की, जिसके बाद एक निर्माणाधीन बैरक के पास से मेटल डिटेक्टर की मदद से जमीन के नीचे छुपा कर रखा गया एक स्मार्ट फोन बरामद किया गया।छापेमारी की यह कार्रवाई गुरुवार को ही की गई थी।

कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का बेहद खास आकाश राय सिमडेगा जेल में बैठकर ही आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवा रहा है।सूचना मिलने पर झारखण्ड एटीएस की टीम ने सिमडेगा जेल में छापेमारी की। एटीएस की जेल में आने की खबर पाकर आकाश राय ने अपना मोबाइल सिम कार्ड निकाल कर छुपा दिया,लेकिन एटीएस ने जेल से मोबाइल खोज निकाला।

सूत्रों के अनुसार जेल से जो मोबाइल बरामद हुआ है उसी के माध्यम से आकाश राय अपने बॉस गैंगस्टर अमन साव और कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई से संपर्क करता था।आकाश राय के कहने पर ही गरबा और छत्तीसगढ़ में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था।झारखण्ड एटीएस की टीम अब आकाश राय के मोबाइल को खंगाल रही है।आकाश राय के मोबाइल में कई तरह के चौंकाने वाले तत्व मिले हैं, जो एटीएस की जांच की दिशा को और बेहतर करेंगे।

बता दें साल 2021 में अवैध हथियारों के साथ आकाश राय को गिरफ्तार किया गया था। तब से ही वह जेल में बंद है।लेकिन जेल से ही अपने वर्चस्व को कायम रखे हुए है। पिछले दो सालों से वह सिमडेगा जेल में बंद है।जेल कर्मियों से मिलीभगत कर आकाश राय जेल में मोबाइल उपलब्ध करवा लेता है और फिर उसी से कारोबारियों को धमकी देता है और अपने गुर्गों को आपराधिक कांडों को अंजाम देने के लिए निर्देश देता है।