जमशेदपुर:दो दिनों पहले नदी से मिले शव की हुई पहचान,अखबार में छपी खबर ने दिया सुराग…

जमशेदपुर।झारखण्ड के जमशेदपुर में स्वर्णरखा नदी से बरामद महिला के शव की गुरुवार को पहचान कर ली गई। मृतका की पहचान जेएमएम की सक्रिय कार्यकर्ता आशा सिंह भूमिज (40) के रूप में की गई। एक अखबार में अज्ञात महिला का शव मिलने की खबर पढ़कर मृतका के बेटे को शक हुआ कि लाश उसकी माँ की हो सकती है। इसके बाद बेटे ने शव की पहचान की।दरअसल, एमजीएम थाना क्षेत्र के बड़ाबांकी पुल के नीचे स्वर्णरखा नदी से मंगलवार को एक महिला का शव बरामद हुआ था। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बाहर निकाला। बुधवार तक शव की पहचान नहीं हो सकी थी।महेश ने बताया कि उनकी माँ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की सक्रिय कार्यकर्ता थीं और पिछले सात महीनों से पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हो रही थीं। मंगलवार को कांग्रेस प्रत्याशी अजय कुमार की रैली में शामिल होकर वह रात आठ बजे घर लौटी थीं। घर लौटने के बाद एक किसी का कॉल आया।माँ ने बात की और वापस लौटने की बात कहकर वह घर से निकल गईं। रात 11 बजे के बाद उनका फोन बंद हो गया और संपर्क नहीं हो पाया। पुलिस ने शव के पास से सोने की चेन और मोबाइल बरामद किया है।महेश के अनुसार, आशा सिंह का सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में जमीन विवाद चल रहा था। उन्होंने राजेश साहू नामक व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जो उनके साथ कई बार झगड़ा कर चुका था। आशा ने एक जमीन खरीदी थी, जिस पर राजेश अपना अधिकार जताता था। इसके अलावा सोनू पांडे के साथ भी जमीन को लेकर विवाद था। महेश को शक है कि इन्हीं विवादों में उनकी माँ की हत्या की गई और शव को नदी में फेंक दिया गया।फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।