टीओपी में पुलिसकर्मी ही कर रहे बिजली चाेरी, ट्रांसफर्मर से हुकिंग कर प्रतिदिन जला रहे 10 हिटर….
राँची।राजधानी राँची के काेतवाली थाना क्षेत्र के महावीर चाैक स्थित टीओपी में ट्रैफिक पुलिसकर्मियाें का कब्जा है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी इस कदर अपना वर्चस्व जमाए हुए हैं कि थाने से वहां किसी का पाेस्टिंग तक नहीं किया जा रहा। कब्जाधारी जवान टीओपी में खूद का बेड-बिस्तर ताे लगा ही लिया है, खुलेआम बिजली चाेरी भी कर रहा है। ट्रांसफर्मर से हुकिंग कर पुलिसकर्मी प्रतिदिन एक नहीं, 10 हिटर जला रहे हैं। पूर्व में काेतवाली थाने से वहां तैनात किए गए 2 हवलदार फिलहाल ट्रेनिंग में हैं। ऐसे में ना ताे वहां काेई टीओपी प्रभारी हैं और ना ही जवान की तैनाती। ट्रैफिक पुलिसकर्मी कब्जा जमाकर प्रतिदिन 10 हिटर जला रहे हैं।
अंदर रहते हैं ट्रैफिक जवान, मुख्य दरवाजे पर सजवाते हैं दुकान
टीओपी के तरफ किसी अधिकारी-पदाधिकारी का ध्यान ना जाए, इसके लिए भी ट्रैफिक पुलिसकर्मियाें ने तैयारी की है। पूरी प्लानिंग के तहत कब्जा जमाकर वहां की स्थिति खंडहरनुमा बना दिया है। जहां अंदर में पुलिस जवान रहते हैं, बाहर में मुख्य गेट पर दुकान लगवा दिया जाता है। ऐसे में किसी व्यक्ति का ना ताे टीओपी की ओर ध्यान जाता है और ना ही वहां से काेई अंदर प्रवेश कर पाता है।
पुलिस के सामने बिजली विभाग फेल, इजात किया चाेरी का नया तरिका
पुलिस के सामने बिजली विभाग का भी चालाकी फेल हाे गया। बिजली चाेरी की घटना काे राेकने के लिए खूला तार काे हटाकर कवर तार लगाया गया है। हालांकि इसके बाद भी पुलिसकर्मी नया तरिका इजात कर बिजली चाेरी कर रहे हैं। कवर तार हाेने की वजह से पुलिसकर्मियाें ने ट्रांसफर्मर के पास से ही हुकिंग कर लिया। ऐसे में कवर तार हाेने या ना हाेने का काेई मतलब ही नहीं रहा। बेफिक्र हाेकर हिटर जलाए जा रहे हैं।
बिजली चाेरी में पुलिस महकमा अब्बल, गाेंदा में पहले भी दर्ज हुई थी प्राथमिकी
बिजली चाेरी में पुलिस महकमा पहले से ही अब्बल रहा है। 8 वर्ष पहले भी तत्कालिन मुख्य सचिव राजीव गौबा के निर्देश पर बिजली विभाग ने बड़ी कार्रवाई की थी। गोंदा में 40 व कोतवाली थाने में 17 पुलिसकर्मियों समेत कुल 57 लाेगाें के खिलाफ बिजली चोरी की अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। दर्ज प्राथमिकी में थाना प्रभारी, जमादार, सारजेंट के अलावा पुलिस जवान का नाम शामिल था।
“आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है। तत्काल इसे पता कराते हैं कि वहां कितने अाैर काैन पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इस बात की भी जानकारी ली जाएगी कि अगर किसी की पाेस्टिंग नहीं हुई है ताे फिर कैसे काेई रह रहे हैं। पूरे मामले में जांच कराने के बाद ही कुछ कह पाना संभव होगा।”-राज कुमार मेहता, सिटी एसपी
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