झारखण्ड में थानेदार ने एसडीपीओ को थाना में घुसने से रोका, एसपी ने किया निलंबित…

 

राँची।झारखण्ड के पलामू जिले में थानेदार ने थाना के गेट को बंद करवा दिया था ताकि एसडीपीओ थाना में अंदर नहीं घुस पाए।इस पूरे मामले में पलामू एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानेदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।यह मामला रेहला थाना क्षेत्र से जुड़ा है।बताया जाता है कि बिश्रामपुर एसडीपीओ आलोक कुमार टूटी रात्रि गश्ती के दौरान अवैध रूप से बालू का उठाव करते हुए ट्रैक्टर को पकड़ा था। एसडीपीओ ट्रैक्टर को लेकर रेहला थाना गए लेकिन थाने के मुख्य गेट पर ताला लगा हुआ था। एसडीपीओ ने तत्काल थाना प्रभारी को कॉल किया लेकिन कॉल का कोई जवाब नहीं दिया गया। इस दौरान एसडीपीओ ने मौके पर तैनात ऑन ड्यूटी पुलिस अधिकारी से पूछताछ की।इससे पहले ऑन ड्यूटी पुलिस अधिकारी से पूछताछ में एसडीपीओ को जानकारी मिली कि थानेदार के आदेश पर गेट में ताला लगाया गया है। एसडीपीओ आलोक कुमार टूटी ने पूरे मामले में एसपी रीष्मा रमेशन को एक रिपोर्ट बनाकर सौंपा थी। एसपी रीष्मा रमेशन ने मामले में कार्रवाई करते हुए रेहला थानेदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।मेदिनीनगर टाउन थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर गुलशन बिरुआ को रेहला का नया थाना प्रभारी बनाया गया है।मामले में एसपी ने बताया कि थानेदार को निलंबित किया गया है और नए थाना प्रभारी की तैनाती हो गई है। दरअसल रेहला का थाना गढ़वा से सटा है और इंटर डिस्ट्रिक्ट बॉर्डर का बड़ा हिस्सा है।

इधर राजधानी राँची में भी एक ऐसे मामला सामने आया है।जहां एक एएसआई डीएसपी से थाने में बहसबाजी की है।सूत्रों की माने तो राँची के एक थाना में जब डीएसपी केस का रिव्यू करने पहुँचे थे तो एक एएसआई को जब देर से ड्यूटी आने का कारण पूछा तो एएसआई उल्टे डीएसपी से बहसबाजी करने लगे।ये देखकर थाने में अन्य पुलिस पदाधिकारी एएसआई में व्यवहार से हक्काबक्का हो गए।डीएसपी और थानेदार ने एएसआई के द्वारा दुर्व्यवहार की शिकायत एसएसपी की है।सूत्रों के अनुसार अभी तक एएसआई पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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