पति-पत्नी और बच्चा:पत्नी ने पति को पीटने के लिए कथित प्रेमी को कहा,लेकिन कथित प्रेमी ने फिरौती के लिए बच्चे का अपहरण कर लिया….
राँची।राजधानी राँची के सदर थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक स्कूली बच्चे को अगवा करने वाले दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। अपराधियों ने मात्र 50 हजार के लिए बच्चों का अपहरण कर लिया था।दरअसल,सदर थाना क्षेत्र स्थित निजी स्कूल के 7 वर्षीय छात्र के अपहरण में शामिल दो अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। छात्र के अपहरण की सूचना पुलिस को मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को दबोच लिया गिरफ्तार दोनों अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की माँ से 50 हजार की फिरौती लेकर छोड़ भी दिया था और बच्चे के सकुशल लौटने की खबर तक पुलिस को नहीं दी। इसके बाद भी राँची पुलिस अपराधियों के पीछे लगी रही और दोनों अपराधियों आयुष कुमार और अनुज कुमार को दबोच लिया। गिरफ्तार अपराधियों में एक ऑनलाइन फूड कंपनी का डिलीवरी ब्वॉय है दूसरा ऑनलाइन कैब सर्विस कंपनी का राइडर है
पुलिस ने बताया कि महिला ने बिना पुलिस को बताएं ही अपहरणकर्ताओं को 50 हजार रुपये भी दे दिए और अपने बेटे को मुक्त करवा लिया लेकिन पैसे देने की बात पुलिस को नही बताई।पुलिस ने जब अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया तो उनके पास से फिरौती के 46 हजार रुपये बरामद किए गए, चार हजार रुपये अपहरणकर्ताओं ने खर्च कर दिए थे।
प्रेस वार्ता में एसएसपी और सिटी एसपी ने बताया कि बच्चे की अपहरण की कहानी भी बहुत ही अनोखी है।दरअसल 7 साल के स्कूली छात्र के माता-पिता के बीच काफी विवाद होता था। इसी दौरान छात्र की माँ का संपर्क कैब कंपनी के ड्राइवर अनुज कुमार से हुआ और दोनों में दोस्ती हो गई। इसी बीच अपने पति से परेशान छात्र की माँ ने अपने पति की पिटाई के लिए अनुज को सुपारी देने की बात कही। दोनों में यह तय हुआ कि महिला 50 हजार रुपये अनुज को देगी और ताकि वह उसके पति को मारपीट कर घायल कर दे।लेकिन अनुज ने महिला के सामने यह शर्त रखी कि वह पहले पैसा दे उसके बाद वह उसकी पति पर हमला करेगा। पैसे की बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। जिसके बाद अनुज ने अपने दोस्त आयुष कुमार के साथ स्कूल से लौटते समय बच्चे का अपहरण कर लिया।अपहरण के बाद उसने बच्चे की माँ से फिरौती की रकम मांगी गई जो उन्हें दे दी गयी।
जब दोनों अपराधियों ने स्कूली छात्र का अपहरण किया था उस दौरान पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी।हालांकि महिला सीधे एसएसपी के पास पहुंची थी इसलिए पुलिस का पूरा नेटवर्क एक साथ मिलकर बच्चे को सकुशल मुक्त करने में लग गया। इस काम में पुलिस को सफलता भी हाथ लगी जबकि महिला के द्वारा फिरौती की रकम भी अपराधियों को दे दी गई थी। इसके बाद भी पुलिस के शिकंजे से दोनों अपराधकर्मी बच नहीं सके।