गिरिडीह के घोड़थंबा में होली हिंसा का मामला:बाबूलाल मरांडी ने किया घटनास्थल का दौरा, पुलिस की भूमिका पर उठाए सवाल
गिरिडीह।झारखण्ड के गिरिडीह जिले के घोड़थम्भा में होली के दिन हुए दो सम्प्रदाय के बीच हिंसक झड़प के बाद बीजेपी नेताओ का दौरा जारी है। दो दिन में दो पूर्व मुख्यमंत्री घोड़थम्बा पहुँचे।रविवार की देर शाम पूर्व सीएम रघुवर दास पहुँचे थे वहीं आज सोमवार को नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह जिले के घोड़थंबा बाजार में होली के दिन हुई हिंसक झड़प का जायजा लिया। उन्होंने पैदल चलकर पूरे बाजार का भ्रमण किया और जली हुई दुकानों का निरीक्षण किया। साथ ही पीड़ितों से मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली।बाबूलाल मरांडी ने बताया कि होली का जुलूस हर साल इसी रास्ते से निकलता था और पहले कभी कोई समस्या नहीं हुई। उन्होंने कहा कि होली में हिंदू समुदाय के लोग सिर्फ रंग और गुलाल लेकर चलते हैं, लेकिन इस बार घोड़थंबा के ओपी प्रभारी ने अपना वाहन लगाकर जुलूस को रोका।पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने घोड़थंबा के ओपी प्रभारी और सीओ को हटाने की भी मांग की।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जुलूस रोके जाने के बाद पथराव हुआ। पेट्रोल बम फेंके गए और कई दुकानों को आग लगा दी गई। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
बाबूलाल ने बताया कि पुलिस ने रात डेढ़-दो बजे पीड़ित परिवारों के घरों में घुसकर गाली-गलौज की और लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने सरकार से निर्दोष लोगों की बिना शर्त रिहाई की मांग की। साथ ही जिनकी दुकानें जलीं और सामान बर्बाद हुआ, उन्हें मुआवजा देने की मांग की। उन्हाेंने घोड़थंबा के ओपी प्रभारी और सीओ को हटाने की भी मांग की।