झारखण्ड/गुमला:डुमरी प्रखण्ड के सिरसी ग्राम में एक बच्ची के जन्म से ग्रामीण है अचंभित, मान रहे हैं देवी देवता का अवतार कुछ लोग इसे गर्भवती माँ में आयरन व विटामिन की कमी के चलते ऐसे जन्म की संभावना व्यक्त कर रहे…
दीपक गुप्ता
डुमरी, गुमला। डुमरी थाना क्षेत्र के अकासी पंचायत स्थित सिरसी ग्राम में एक विचित्र रूप रेखा की शिशु के जन्म लेने से पूरे क्षेत्र में धार्मिक भाव पैदा हो गया है। सिरसी निवासी मनसाय मुंडा की पत्नी गीता देवी उम्र 23 वर्ष ने मंगलवार को प्रातः 3 बजे एक बच्ची को जन्म दिया जो देखने में सामान्य शिशु से अलग है। जिसे देखकर ग्रामीण इसे कोई भगवान का अवतार समझ रहे हैं और पूजा अर्चना कर रहे हैं।जबकि बच्ची जन्म के एक घंटे तक ही जीवित रही है।
ग्रामीण घर के आंगन में उसे बैठाकर पूजा अर्चना करने लगे
इस बात की सूचना पाकर डुमरी प्रखण्ड प्रमुख जीवंती एक्का मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लेते हुए सबसे पहले धातृ माता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डुमरी पहुंचाने हेतु एम्बुलेंस की व्यवस्था की ताकि धातृ माता की सेहत ठीक रहे। इससे पूर्व फ्रण्ट लाइन हेल्थ वर्कर बजरंग महतो ने मौके पर पहुंचकर धातृ माता को प्राथमिक उपचार किया। ज्ञात हो कि धातृ माता गीता देवी अभी सामान्य है। पूर्व से भी गीता देवी का एक दो वर्षीय बालक है। ग्रामीण इस अनोखे बच्चे के जन्म को देवी देवता का अवतार मानकर पूजा अर्चना कर रहे हैं। लेकिन बच्ची जन्म के एक घंटे तक ही जीवित थी। फिर भी नौ दस घंटे तक मृत होने के बावजूद भी शिशु के शव में कोई परिवर्तन नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे बच्ची अभी भी जीवित है। मृत बच्ची का सिर के पीछे से कमर तक का भाग सर्पनुमा आकार दिखाई पड़ रहा है वहीं कान भी सामान्य बच्चे से अलग हैं, जबकि बाल व चेहरे का आकार भी अलग तरह का प्रतीत हो रहा है। बच्चे का जन्म पूरे नौ महीने में ही हुआ है। कुछ जानकार इसे साइंटिफिक तरीके से देखते हुए इसे गर्भवती माँ में आयरन की कमी व विटामिन की कमी के चलते भी ऐसे बच्चे के जन्म होने की संभावना व्यक्त कर रहे हैं।