NTPC के DGM की हत्या,राँची में फायरिंग, झारखण्ड में अपराधी बेखौफ…दोनों घटना के तीन-चार दिन बाद अबतक पुलिस को क्या मिला ?..डीजीपी ने कहा-जेल के अंदर से चल रहा खेल…
राँची।झारखण्ड में इस समय अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम का मर्डर हो या राँची में खुलेआम कोयला कारोबारी पर गोलीबारी, लगातार बढ़ते अपराध ने आम जन को सकते में डाल दिया है।राँची में घटना शुक्रवार की सुबह हुई थी।ठीक 25 घन्टे बाद शनिवार को दूसरी घटना हज़ारीबाग में हुई।तीन चार दिन बाद भी पुलिस ने अपराधियों को पकड़ना तो दूर ये भी पता नहीं लगा पायी है कि आखिर किस अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है।सूत्रों की माने तो पुलिस को दोनों घटना में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।इस दौरान पुलिस ने करीब तीन दर्जन दागी किस्म के लोगों से पूछताछ की है।आधा दर्जन जेलों में जाकर कई अपराधियों से पूछताछ की है।फिर भी कोई ठोस जानकारी नहीं जुटा पायी है।राँची और हजारीबाग पुलिस के अलावे एटीएस टीम भी लगी है।
वहीं आज झारखण्ड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने दोनों घटनाओं पर मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने इस बात से भी इनकार नहीं किया कि झारखण्ड की जेलों से भी अपराध का कारोबार चल रहा है। पुलिस ने सिमडेगा जेल और हजारीबाग जेल में छापे भी मारे हैं। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एनटीपीसी डीजीएम की हत्या और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर कहा कि दो घटनाएं हुई हैं,राँची में गोलीबारी और हजारीबाग में एनटीपीसी डीजीएम की हत्या।राँची गोलीबारी मामले में सभी अपराधियों की पहचान कर ली गई है और हम उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे। हजारीबाग घटना में यह स्पष्ट नहीं है कि एनटीपीसी डीजीएम की हत्या क्यों की गई। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।उन्होंने आगे कहा कि कल हमने अमन साव गिरोह के 30 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। झारखण्ड में हो रहे अधिकांश अपराध जेलों के अंदर संगठित किए जा रहे हैं। हम इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। जेलों में छापे मारे जा रहे हैं। कल सिमडेगा जेल में छापा मारा गया, जबकि आज हजारीबाग जेल में भी इसी तरह की कार्रवाई की जा रही है। विकास तिवारी,अमन श्रीवास्तव और अमन साव के तीन गिरोह,जो जेलों से संचालित हो रहे हैं सभी अपराधों में शामिल हैं। हम जल्द ही इन अपराधियों को गिरफ्तार कर लेंगे।
इधर डीजीपी के बयान पर भाजपा वरिष्ठ नेता राँची के विधायक सीपी सिंह ने तीखा प्रहार किया है। विधानसभा में शून्यकाल की कार्यवाही शुरू होते ही सूचना के तहत भाजपा विधायक सीपी सिंह ने विधि व्यवस्था का मामला उठाया।उन्होंने कहा कि “किसी व्यक्ति का जीना दुभर हो गया है। सरकार के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही।यहां का डीजीपी इतना बेशर्म है कि कहता है कि जो भी घटनाएं हो रही है उसकी प्लानिंग जेल से हो रही है। क्या जेल झारखण्ड से बाहर है? अगर प्लानिंग जेल से हो रही है तो फिर उद्भेदन क्यों नहीं किया जा रहा।रिमांड पर लेकर पूछताछ करनी चाहिए।किसी का जीवन सुरक्षित नहीं, चाहे विधायक हों, मंत्री हो या फिर जनता. इस पर सरकार को जवाब देना चाहिए”।
दरअसल,आज ही विधानसभा परिसर में राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि जेल के अंदर बंद अपराधियों से सभी अपराध के तार जुड़े हैं।कुछ अपराधियों का जेल ट्रांसफर भी किया गया. उन्होंने गैंगस्टर विकास तिवारी, अमन साहू और अमन श्रीवास्तव का नाम लेकर भरोसा दिलाया कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।