बेटी के प्रेमी को रास्ते से हटाने के लिए पिता ने रची थी साजिश:युवकों के अपहरण और हत्याकांड का खुलासा….दो महिला सहित आठ अपराधी गिरफ्तार

चतरा।झारखण्ड के चतरा जिले के टंडवा थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस की टीम ने बीते 29 अगस्त को कोडरमा जाने के क्रम में धनगड्डा के रक्शी गांव निवासी दो युवकों के अपहरण और फिर एक युवक की हत्या कर शव को कोडरमा के लठभैया जंगल से बरामदगी के मामले का पुलिस ने उद्वेदन कर लिया है। पुलिस ने अपहरण से लेकर हत्याकांड तक के घटना में शामिल दो महिलाओं सहित 8 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।पुलिस ने मामले में कटकमदाग थाना क्षेत्र के डामूडीह गांव निवासी राजा कुमार साव व मो.कासिफ एवं सिरसी गांव निवासी नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा चौपारण थाना क्षेत्र के ताजपुर गांव निवासी अमित कुमार उर्फ गोलू, कोर्रा थाना क्षेत्र के दीपूगड़ा निवासी धनु पासवान उर्फ प्रवीण पासवान एवं हजारीबाग सदर थाना क्षेत्र के धोबी गली निवासी चाहत प्रवीण व डेमोटांड निवासी रुचि कुमारी उर्फ दिया साहू को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से अपहरण और हत्या की घटना में प्रयुक्त एक देसी सिक्सर पिस्टल व देशी कट्टा, सिंगल सॉट का दो देसी कट्टा, चार राउंड जिंदा गोली, हत्या में प्रयुक्त एक चाकू एवं हत्याकांड के वक्त पहना हुआ कपड़ा, अपहरण की घटना में प्रयुक्त एक अर्टिगा कार सहित अपहरण के समय लूटे गए एक स्विफ्ट डिजायर कार को बरामद किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

घटना के दिन हेमराज मुंबई से लौट रहे अपने पड़ोसी को रिसिव करने के लिए स्विफ्ट डिजायर कार लेकर धनगड्डा से कोडरमा जा रहा था। इस बीच उसका दोस्त आकाश पासवान भी उसके साथ जाने की इच्छा जताया था। जिसे वह अपने साथ लेकर जा रहा था। इस दौरान बरही के पंप से कार में सीएनजी गैस डलवाने के बाद दोनों युवक वापस हजारीबाग के डेमोटांड़ पहुंचे थे। जहां से दोनों युवकों को अगवा कर लिया गया था।

पुलिस के अनुसार कार पर साथ में बैठे अपने दोस्त आकाश के कहने पर हेमराज कोडरमा जाने के बजाय वापस हजारीबाग के डेमोटांड़ पहुंचे थे। जहां आकाश चाहत प्रवीण और रूची उर्फ दीया से मिलने के पहुंचा था। जहां मिलने के उपरांत दोनों युवकों को अगवा किया गया। जिसके बाद हत्या की घटना को अंजाम दिया गया।

इस पुरे ब्लाइंड मर्डर केस मिस्ट्री की शुरूआत आकाश और हेमराज के गांव से ही हुई थी। आकाश का गांव के ही एक पड़ोसी की पुत्री के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जो उसकी प्रेमिका के पिता को नागवार गुजरा था। जिसको लेकर आकाश की प्रेमिका के पिता ने ही इस पूरे ब्लाइंड मर्डर केस की मिस्ट्री लिखी थी। आकाश के प्रेमिका के पिता के कहने पर धनु पासवान ने अपनी पत्नी चाहत प्रवीण से एक फर्जी व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम अकाउंट बनवाया था। जिसके झांसे में आकाश को फंसाकर हनीट्रैप जैसी वारदात को अंजाम दिया गया था। जिसके झांसे में आकर आकाश और हेमराज बरही से कोडरमा न जाकर डेमोटांड़ पहुंचे थे।जहां से दोनों का अपहरण किया था।