करोड़ों की फर्जी निकासी मामला: एसआईटी की छापेमारी में 87 लाख नकद और 15 लाख का जेवरात बरामद, बैंक में जमा 37 करोड़ रुपये फ्रीज,चार हिरासत में,पूछताछ जारी..

 

राँची।झारखण्ड में राज्य सरकार के पर्यटन विभाग और ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के खातों में फर्जीवाड़ा कर 107 करोड़ रुपये की अवैध निकासी की जांच के लिए गठित एसआईटी टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल की है।टीम ने पूर्व कर्मचारियों समेत कुछ बैंक कर्मियों को हिरासत में लिया है। एसआईटी की छापेमारी में अब तक 87 लाख रुपये नकद और 15 लाख रुपये के जेवरात बरामद किए गए हैं।बुधवार को झारखण्ड पुलिस मुख्यालय में आईजी ऑपरेशन अमोल वी होमकर ने प्रेसवार्ता में बताया कि सैकड़ों बैंक खाते खोलकर दोनों विभागों से करोड़ों रुपये अवैध तरीके से निकाले गए।

जानकारी देते आईजी

सरकारी कर्मचारियों और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये के गबन के मामले में झारखण्ड पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इसमें 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अब तक इस मामले में जहां 39.5 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए हैं,वहीं 85 लाख रुपये नकद और 15 लाख रुपये के जेवरात भी बरामद किए गए हैं।

बता दें फर्जी खाता बनाकर 10 करोड़ 40 लाख रुपये की अवैध निकासी के संबंध में झारखण्ड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड, राँची के महाप्रबंधक (वित्त) द्वारा धुर्वा थाना में 28 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में गिरजा प्रसाद, जेटीडीसी, राँची, आलोक कुमार, जेटीडीसी, राँची और अमरजीत कुमार, तत्कालीन शाखा प्रबंधक, केनरा बैंक, निफ्ट शाखा, हटिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

वहीं मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए 4 अक्टूबर को मामला सीआईडी ​​को स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसके बाद मामले की जांच की जिम्मेदारी डीजीपी ने एसआईटी को सौंपी गई मामले में नामजद आरोपी और तत्कालीन लेखापाल सह कैशियर, जेटीडीसी,राँची गिरिजा प्रसाद और केनरा बैंक शाखा निफ्ट राँची के शाखा प्रबंधक अमरजीत कुमार को पहले हिरासत में लिया गया था इन षडयंत्रकारियों द्वारा दी गई जानकारी पर इनके द्वारा बताए गए स्थान से लगभग 85 लाख रुपए नकद तथा लगभग 15 लाख रुपए मूल्य के स्वर्ण आभूषण (प्राप्त कमीशन राशि से) कुल अपराध से अर्जित लगभग एक करोड़ रुपए की राशि बरामद की गई।

आईजी ने बताया कि 03 अक्टूबर को झारखण्ड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के जीएम, वित्त ने राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरसीआरपी) पर 10.4 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी से निकासी, मास्टर ट्रस्ट ऑफ झारखण्ड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने 09 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी से फर्जी खाते के माध्यम से निकासी तथा 04.10.2024 को झारखण्ड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड ने 40.5 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी से निकासी तथा मास्टर ट्रस्ट ऑफ झारखण्ड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने 56.5 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी से फर्जी खाते के माध्यम से निकासी की शिकायत दर्ज कराई।जांच के दौरान एसआईटी को अब तक 300 से अधिक फर्जी खाते मिले हैं। इन खातों को फ्रीज कर दिया गया है और सरकार के 39.5 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए गए हैं।

झारखण्ड पुलिस प्रवक्ता सह आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है। इस मामले में सीआईडी, ​​साइबर थाना राँची और आई4सी एसआईटी के साथ मिलकर काम कर रही है। जल्द ही इस मामले में और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।