धुर्वा गोलीकांड:15 दिन बाद राँची पुलिस के हत्थे चढ़ा एक अपराधी…. मुख्य साजिशकर्ता,मुख्य शूटर पुलिस की पकड़ से दूर…
राँची।राजधानी राँची के विधानसभा थाना पुलिस ने पूर्व पार्षद वेदप्रकाश सिंह को गोली मारकर घायल करने के मामले में गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) से एक आरोपी राहुल जायसवाल उर्फ पुतुल को गिरफ्तार किया है।वह पेशेवर अपराधी है और गाजीपुर से चेन छिनतई व बनारस से वाहन चोरी के मामले में जेल जा चुका है।गिरफ्तार राहुल वेद प्रकाश पर हमला करने के दौरान वह बाइक चला रहा था,जबकि सत्यम पाठक ने उन पर गोली चलायी थी।
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा और सिटी एसपी राज कुमार मेहता ने सोमवार को संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए राहुल को 70 हजार रुपये मिलने थे, लेकिन उसे मात्र छह हजार रुपये मिले।बताया कि सात जुलाई को धुर्वा के राजू होटल के पास पूर्व पार्षद वेद प्रकाश को गोली मारकर अपराधियों ने घायल कर दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआइटी का गठन किया गया था।टीम ने कार्रवाई करते हुए मामले में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।जबकि मामले के मुख्य आरोपी धीरज मिश्रा व सत्यम पाठक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
पुलिस के अनुसार दुर्गा पूजा के जुलूस में धीरज मिश्रा का स्कॉर्पियो प्रवेश कर गया था। इस बात से आक्रोशित होकर वेद प्रकाश ने उसकी पिटाई कर दी थी।उसी समय से वह वेद प्रकाश से बदला लेना चाहता था। हालांकि पुलिस की माने तो हमला के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं।इसमें टेंडर विवाद या पैसा की लेनदेन भी हो सकता है, लेकिन धीरज मिश्रा व सत्यम को पकड़ने के बाद ही पूरा मामला साफ हो पायेगा। इधर, वेद प्रकाश की हालत में सुधार नहीं होने पर परिजनों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया है।
दो से ढाई घन्टे तक रैकी किया,फिर घटना को अंजाम दिया है !
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,वेद सिंह की हत्या करने पूरी प्लांनिग के साथ अपराधी घटना स्थल पर दो ढाई घन्टे पहले ही आ गया था।वेद प्रकाश सिंह की एक एक गतिविधियों की जानकारी ली जा रही थी।सीसीटीवी फुटेज जब पुलिस ने खंगाला तो इसका राज खुला है।उसके बाद गिरफ्तार अपराधी राहुल ने भी पुलिस को कई अहम जानकारी दी।प्राप्त जानकारी के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि मुख्य शूटर घटना स्थल पर घन्टे भर पहले ही एक दुकान में बैठ जाता है।फिर सही समय और वेद सिंह का इंताजर करता है।उसके बाद शाम 7 बजे लगभग किसी से मोबाइल पर बात करता है और फिर गोलीबारी की जाती है।एक अपराधी जो हेलमेट पहने था उसने वेद सिंह पर निशाना साधते हुए पीछे से एक ही गोली चलाता है और फिर दौड़कर भागने लगता है।आगे एक युवक बाइक लेकर खड़ा था फिर उसके साथ भाग निकलता है।पुलिस सूत्र के अनुसार,पुलिस को जानकारी मिली है की राँची से भगाने में कुछ लोगों ने अपराधी को वाहन उपलब्ध कराया था।वहीं पुलिस को राहुल से ज्यादा जानकारी नहीं मिल सका है।क्योंकि उसे सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या करना है,उसके बारे में बताया था और बाइक चलाने के लिए बोला था।किस पर गोली चलाना है उसे ये भी नहीं मालूम था।इस काम के लिए उसे 70 हजार मिलने वाले थे।लेकिन पूरा काम नहीं होने पर सिर्फ 6 हजार मिला था।पुलिस की माने तो इस गोलीकांड की घटना से पर्दा उठाने के लिए राँची पुलिस ने पूर्व के कई अपराधियों से भी पूछताछ किया गया है।जो बातें सामने आई है।हत्या की गहरी साजिश रची गई थी।शूटरों को मौटी रकम देकर हत्या की प्लांनिग तैयार किया गया था।फिलहाल पुलिस अभी अनुसंधान के साथ साथ धीरज और सत्यम की गिरफ्तारी के लिए दौड़ लगा रही है।
बता दें बीते सात जुलाई को शाम 7 बजकर 13 मिनट पर घटना हुई थी।राँची पुलिस ने 15 दिन बाद भी साजिश कर्ता और शूटर को अबतक गिरफ्तार नहीं कर पाया है।वहीं 15 दिन बाद एक अपराधी को यूपी से जरूर गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अपराधी घटना में शामिल था और बाइक चला रहा था।सवाल उठ रहा है कि आखिर वेद सिंह की हत्या की साजिश किसने रची थी ? धीरज मिश्रा या कोई और है ? पुलिस को ये सब जानकारी धीरज और सत्यम की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा।