चाईबासा:पीएलएफआइ के तीन उग्रवादी गिरफ्तार,एके 47 रायफल बरामद
चाईबासा।झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में मुठभेड़ और गोलीबारी की घटना में शामिल पीएलएफआइ के तीन उग्रवादी गिरफ्तार हुआ है।एसपी आशुतोष शेखर को गुप्त सूचना मिली थी कि बंदगांव थाना क्षेत्र के किता गांव में पीएलएफआई के एरिया कमांडर लंबू अपने दस्ता सदस्यों के साथ भ्रमणशील है।जिसके बाद एसपी के निर्देश पर पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस की टीम ने छापामारी के क्रम में किता गांव में दो संदिग्ध मोटरसाईकिल को आते हुए देखा गया और उसे रुकने का ईशारा करने पर पुलिस को देखकर दोनो मोटरसाईकिल सवार व्यक्ति भागने लगे जिसे सशस्त्र बल के सहयोग से खदेड़ कर पकड़ने का प्रयास किया गया लेकिन एक मोटरसाईकिल पर सवार व्यक्ति भागने में सफल रहा तथा दूसरे मोटरसाइकिल पर सवार व्यक्तियों को पकड़ा गया।गिरफ्तार हुए उग्रवादियों में लोकी सांडीपूर्ति, बिरसा डहंगा और सुखराम सांडी पूर्ति शामिल है।उनके पास से एक एके 47 रायफल, जिंदा कारतूस समेत अन्य सामान बरामद किया गया है।
गोलीबारी और मुठभेड़ की घटना में शामिल थी गिरफ्तार उग्रवादी
पकड़ाए गए उग्रवादी बीते 17 जनवरी को करिका गांव में गोलीबारी की घटना में शामिल होने और 21 जनवरी को दुवांगडिह में हुए पुलिस मुठभेड़ में शामिल रहने की बात को स्वीकार किया।साथ ही अन्य नक्सली घटनाओं में भी शामिल होने की बात को स्वीकार किया हैं।इनकी निशानदेही पर एक एके 47 राईफल एवं 33 चक्र जिंदा गोली बरामद किया गया हैं।गिरफ्तार हुए उग्रवादियों का पूर्व से अपराधिक इतिहास रहा है।लौकी सांडीपूर्ति के ऊपर कई मामले दर्ज हैं। बिरसा डहंगा के ऊपर चार सुखराम के ऊपर तीन मामले दर्ज है। ये सभी लोगों के ऊपर चाईबासा और खूंटी जिले अलग अलग थानों में मामले दर्ज हैं।