5 घंटे बाद जलमीनार से उतरा ‘शोले’ का ‘बीरू’….बसंती के आते ही…..
चाईबासा।झारखण्ड के चाइबासा में एक युवक ने हिंदी की सुपर-डुपर हिट फिल्म ‘शोले’ का ‘वीरू’ बन गया।वह करीब 25 मीटर ऊंची जलमीनार पर चढ़ गया। 5 घंटे तक लोग मशक्कत करते रहे, लेकिन वह जलमीनार से उतरने को तैयार न हुआ।इस दौरान सड़क पर जाम लग गया।उसके दोस्तों ने मनाया, लेकिन वह नहीं माना। रास्ते से आते-जाते लोगों से लेकर अधिकारी तक ने उसे समझाने की कोशिश की।कहा कि जलमीनार से उतर जाओ, लेकिन वह नीचे नहीं आया। परिजनों की भी नहीं सुनी। आखिरकार 5 घंटे बाद ‘बसंती’ आयी। उसने पानी की टंकी पर चढ़े युवक से कहा कि नीचे आ जाओ और वह उतर गया।
यह घटना चाईबासा के सदर थाना क्षेत्र के गांधीटोला मोहल्ला की है। यह घटना थोड़ी-थोड़ी फिल्मी है, लेकिन पूरी कहानी वो नहीं है, जो धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, जया बच्चन, संजीव कुमार और अमजद खान अभिनीत कालजयी हिंदी फिल्म ‘शोले’ की थी।आईए, आपको बताते हैं कि ये पूरी कहानी क्या है?
ये कहानी है कि एक 18 वर्षीय युवक की, जिसने पूरे मोहल्ले के साथ-साथ पुलिस को भी 5 घंटे तक परेशान कर दिया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन हलकान रहा।गुरुवार की सुबह करीब 8:30 बजे युवक जलमीनार पर चढ़ गया। उसे जलमीनार पर चढ़ा देख परिजन और दोस्तों ने उससे कहा कि वह नीचे उतर आये।उसने किसी की एक न सुनी।सदर थाना की पुलिस और अग्निशमन विभाग को जानकारी दी गयी कि एक युवक जलमीनार पर चढ़ गया है। अग्निशमन विभाग के कर्मी और सदर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।युवक से नीचे उतरने को कहा।वह नहीं उतरा।जब मधुमक्खियों ने उस पर हमला कर दिया। मधुक्खियों के हमले से बचने के लिए उसने अपनी शर्ट उतारी। जलमीनार के पानी से शर्ट को भिंगो दिया और फिर उसे पहन लिया।उसकी हरकत देखने वालों की भीड लग गयी। लोग बार-बार उससे कह रहे थे कि जलमीनार से उतर जाओ।युवक के माता-पिता भी वहां पहुंचे। माता-पिता ने कहा कि उसे नयी शर्ट और जींस पैंट खरीद देंगे।बावजूद इसके वह नीचे नहीं आया।
इस दौरान वह जलमीनार के एक पिलर से दूसरे पिलर पर जा रहा था।लोगों को डर था कि कहीं वह गिर न जाये।सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता बिनोद कुमार ने भी युवक को जलमीनार से नीचे उतरने को कहा, लेकिन उसने उनकी बात भी नहीं मानी।
युवती आयी, कहा- नीचे उतरो और युवक जलमीनार से उतर गया
इसी बीच, वहां एक युवती आयी। उसने युवक से कहा कि नीचे आ जाओ।उसकी बात सुनते ही युवक नीचे उतर आया। दरअसल, यह युवती उसकी महिला मित्र है। युवक के दोस्तों ने बताया कि वह नशे का आदि है। उसने नशे की हालत में यह सब किया है।उसको जानने वालों ने बताया कि कोरोना काल में भी उसने एक बार ऐसी हरकत की थी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि विभाग का प्लंबर सुबह 8:30 बजे जलमीनार में पानी चढ़ाने के लिए परिसर में लगे लोहे के गेट को खोलकर परिसर में दाखिल हुआ।इसी दौरान युवक भी उसके पीछे-पीछे अंदर चला गया।सीढ़ी की मदद से वह जलमीनार पर जा पहुंचा।उसके जलमीनार पर चढ़ने की जानकारी धीरे-धीरे पूरे शहर में फैल गयी। लोग वहां एकत्र होने लगे। सड़क जाम हो गयी।पुलिस बल ने लोगों को घटनास्थल से दूर रहने को कहा और जाम हटाया।
बताया जाता है कि चाय-नाश्ते की दुकान चलाने वाले माता-पिता के इस बेटे ने नयी शर्ट और जींस पैंट खरीदने की जिद की थी।माता-पिता ने मना किया, तो नाराज होकर वह करीब 75 फुट ऊंची जलमीनार पर चढ़ गया।माता-पिता ने कपड़े खरीदने की बात कही, तब भी वह उतरने के लिए तैयार नहीं हुआ। वहां मौजूद लोगों में ‘शोले’ फिल्म की चर्चा आम हो गयी।
साभार:पीके