बारात से लौट रहे एक व्यक्ति को हाथी ने कुचलकर मार डाला, गांव में दहशत

 

हज़ारीबाग।झारखण्ड के हज़ारीबाग जिले में बारात से लौट रहे सुरेश विश्वकर्मा नामक व्यक्ति को एक हाथी ने कुचलकर मार डाला। इस घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है।घटना हजारीबाग जिले के दारू थाना क्षेत्र के हरली गांव का है। झुंड से बिछड़े एक हाथी ने सुरेश विश्वकर्मा को कुचल दिया। उसके पिता का नाम महावीर विश्वकर्मा है सुरेश विश्वकर्मा बारात से लौटकर पैदल अपने घर जा रहा था। इसी बीच हाथी ने उसे अपनी चपेट में लेकर कुचल डाला। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।

मृतक हरली गांव के आलोदिन टांड़ मे अपनी ससुराल में ही रहकर जीवन यापन करता था।सुरेश विश्वकर्मा 30 अप्रैल को गांव के एक शादी समारोह में बारात गया था। एक मई को अहले सुबह बारात से लौट रहा था। बाराती वाहन से हरली स्कूल के पास उतरकर पैदल ही अपने घर जा रहा था।इसी बीच आक्रोशित हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला।

सुबह होते ही मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों की नजर मृतक पर पड़ी।उन्होंने सुरेश के घर वालों को इसकी सूचना दी।जानकारी मिलते ही दारू थाना पुलिस और वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची।शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग भेज दिया गया।सुरेश विश्वकर्मा के 4 बच्चे (3 बेटियां और एक बेटा) है।

सुरेश विश्वकर्मा अपने घर का इकलौता कमाउ सदस्य था। इस घटना से पूरे गांव में मातम पसरा है।उधर, झुंड से बिछड़े हाथी ने एक माह से दारू प्रखंड क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में आतंक फैला रखा है।इस घटना को अंजाम देने के बाद हाथी हरली और गोपालों जंगल की ओर चला गया है।हर दिन हाथी दिन में जंगल में चला जाता है और रात होते ही गांव में आ जाता है।

दारू प्रखंड क्षेत्र में हाथी के झुंड ने पिछले 5 वर्षों में अब तक करीब आधा दर्जन लोगों को मारा डाला है।इस तरह की घटना लगातार बढ़ने से विभाग के प्रति ग्रामीणों के मन में आक्रोश है।

हाथी के हमले में मारे गये सुरेश विश्वकर्मा के परिजनों को वन विभाग की टीम ने तत्काल 50,000 रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करायी।वन विभाग की टीम ने बताया कि मृतक के परिजनों को सहायता के रूप में 4 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा. पहली किस्त के रूप में 50,000 रुपए दिये गये हैं।

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