जमशेदपुर:सेना के जवान की गिरफ्तारी के मामले में डीजीपी सख्त,दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का दिया आदेश…
जमशेदपुर।झारखण्ड के जमशेदपुर में जुगसलाई पुलिस द्वारा सेना के हवलदार सूरज राय को गिरफ्तार कर जेल भेजने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अब इस मामले में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एक्शन लिया है और दोषी पुलिस पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।पुलिस मुख्यालय की ओर से बुधवार को कहा कि देश का फौजी जेल जाये, यह बहुत दुख का विषय है। यह नहीं होना चाहिए था। यदि कोई फौजी कानून तोड़ता है तो अच्छा होगा कि उसे नजदीक के आर्मी यूनिट को मामला सौंप दिया जाये, ताकि आर्मी के अधिकारी उस पर अपने बने नियमों के अनुसार कार्रवाई कर सकें।डीजीपी ने इस घटना की गंभीरता को अपने संज्ञान में लेते हुए मामले की जांच कोल्हान डीआईजी को करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति:
महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड ने जुगसलाई थाना काण्ड सं0-28/2025,दिनांक-14.03.2025 के जाँच एवं पर्यवेक्षण हेतु पुलिस उप-महानिरीक्षक, कोल्हान को दिया निर्देश।
दिनांक-14.03.2025 को जमशेदपुर जिला के जुगसलाई थाना क्षेत्र में घटित घटना के आलोक में दर्ज जुगसलाई थाना काण्ड सं0-28/2025, दिनांक-14.03.2025, धारा-191 (2)/191 (3)/190/126 (2)/ 121 (1)/121 (2) / 132/224/109 (1) / 352 / 351 (2)/ 351 (3) बी०एन०एस० के संदर्भ में महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड ने उचित जाँच एवं पर्यवेक्षण हेतु पुलिस उप-महानिरीक्षक, कोल्हान क्षेत्र को दिया निर्देश। ज्ञात हो कि जुगसलाई थाना क्षेत्र में घटित घटना को लेकर दर्ज काण्ड में प्राथमिकी अभियुक्त 1. सूरज राय एवं 2. विजय राय को गिरफ्तार कर जमानत पर मुक्त किया गया। सूरज राय अखनूर में सेना के हवलदार के पद पर कार्यरत हैं एवं विजय राय उनके चचेरे भाई हैं।
देश का फौजी जेल जाये तो यह दुःख का विषय है और यह नहीं होना चाहिए। यदि कोई फौजी कानून तोड़ता है तो अच्छा होगा कि उसे नजदीक के Army Unit को सौंप दिया जाय, ताकि Army के अधिकारी उस पर अपने बने नियमों के अनुसार कार्रवाई कर सकें।
महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड ने इस घटना की गंभीरता को अपने संज्ञान में लेते हुए जुगसलाई थाना काण्ड सं0-28/2025, दिनांक-14.03.2025 की निष्पक्ष जाँच/अनुसंधान हेतु पुलिस उप-महानिरीक्षक, कोल्हान क्षेत्र को पर्यवेक्षण करने एवं दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
द्वारा:- मीडिया सेल, पुलिस मुख्यालय, झारखंड, राँची।
बता दें।जुगसलाई थाना में दर्ज हत्या के प्रयास, मारपीट और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के केस में जम्मू आर्मी में पदस्थापित हवलदार सूरज राय और उनके चचेरे भाई विजय राय को कोर्ट से मंगलवार को जमानत मिल गयी।प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सुरेंद्र बेदिया की अदालत ने पुलिस सुपरविजन रिपोर्ट के आधार पर हत्या के प्रयास की धारा हटा दी, जिससे दोनों को जमानत मिलने में लाभ मिला।जमानत के बाद सूरज राय को देर शाम घाघीडीह सेंट्रल जेल से रिहा कर सोनारी आर्मी यूनिट रवाना किया गया।
गिरफ्तारी के दौरान जुगसलाई पुलिस ने सूरज राय की गिरफ्तारी की सूचना जम्मू यूनिट या स्थानीय सोनारी आर्मी कैंप को नहीं दी थी, जिससे सेना प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ। इस पर पूर्व सैनिकों ने विरोध जताया। 17 मार्च को रिटायर्ड फौजियों ने डीसी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया, जिससे मामला रक्षा मंत्रालय और आर्मी मुख्यालय तक पहुंच गया।
क्या है घटनाक्रम
14 मार्च को होली के दिन जुगसलाई थाना के ड्राइवर छोटू बिल्ला और सूरज राय के बीच विवाद हुआ था।थाना प्रभारी ने सूरज और विजय को बुलाकर प्रताड़ित किया और हथकड़ी लगाकर 15 मार्च को घाघीडीह जेल भेज दिया।पुलिस ने हत्या के प्रयास, सरकारी काम में बाधा और मारपीट की धाराएं लगायी, लेकिन सुपरविजन में हत्या का प्रयास की धारा हटने से आरोपियों को जमानत मिल गयी।
इधर जमशेदपुर कोर्ट में फौजी के केस की सुनवाई को लेकर मंगलवार देर शाम तक स्थानीय सोनारी आर्मी यूनिट और जिला पुलिस के वरीय पदाधिकारी कोर्ट में मौजूद रहे। सिटी एसपी कुमार शिवाशीष और सीसीआर डीएसपी मनोज ठाकुर कोर्ट परिसर में सक्रिय रहे।वहीं, सोनारी आर्मी यूनिट के वरीय पदाधिकारी, सेवानिवृत्त आर्मी जवान और अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के पदाधिकारी भी प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सुरेंद्र बेदिया के कोर्ट के बाहर और परिसर में डटे रहे।