पुलिस ने पीएलएफआई के उग्रवादी पंजरी सहित तीन को किया गिरफ्तार….
गुमला।झारखण्ड के गुमला जिला पुलिस और राँची जिला पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पीएलएफआई उग्रवादी दुर्गा सिंह उर्फ पंजरी को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।दुर्गा सिंह की गिरफ्तारी के बाद एसपी गुमला के क्यूआरटी टीम और कामडारा थाना पुलिस द्वारा छापेमारी करते हुए कामडारा थाना क्षेत्र के मुरूमकेला तेतर टोली के पास से बाइक पर सवार पीएलएफआइ के एरिया कमांडर बकसपुर लापा खूंटी निवासी कालेश्वर हजाम उर्फ टेम्पू हजाम के अलावा हेंनदेबिल ओरमांझी निवासी रामकुमार सिंह को पुलिस ने दबोचा है।
गुमला एसपी शंभू कुमार सिंह ने गुरुवार को कार्यालय परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तीनों नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक राइफल, एक देसी रिवॉल्वर, 8 जिंदा गोली, पीएलएफआई पर्चा, मोबाइल व बाइक जब्त किया है।
एसपी ने बताया कि दुर्गा वर्तमान में संगठन सुप्रीमो दिनेश गोप के जेल जाने के बाद पूरे संगठन का नेतृत्व कर रहा था।दुर्गा सिंह के खिलाफ गुमला सहित अन्य जिलों में लगभग 18 मामले दर्ज हैं। गुमला पुलिस द्वारा जिला में उग्रवाद और अपराध पर नियंत्रण के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। विगत 1 वर्ष में गुमला पुलिस एवं नक्सलियों के बीच दो मुठभेड़ हो चुकी है। पुलिस द्वारा 19 लाख के इनामी माओवादी नक्सलियों की गिरफ्तारी की गई। साथ ही भारी मात्रा में गोली व हथियार की भी बरामद अब तक हो चुकी है।
एसपी ने कहा कि वहीं इनकी गिरफ्तारी के बाद जिला में संगठन समाप्ति की ओर है, इके-दुक्के ही शेष रह गए हैं। इस छापेमारी दल में सीडीपीओ बसिया अनुमंडल के नजीर अख्तर थाना प्रभारी शशि प्रकाश के अलावा अन्य कर्मी मौजूद रहे।
एसपी ने कहा अब पुलिस का अगला लक्ष्य दिनेश का राइट हैंड मार्टिन केरकेट्टा है।दुर्गा की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके पास से बड़ी मात्रा में हथियार व गोली भी बरामद किया है।साथ ही उसकी निशानदेही पर लगातार छापामारी अभियान जारी है।
बता दें तीन फरवरी 2023 को पश्चिमी सिंहभूम के सिदमा स्थित गुदड़ी थाना क्षेत्र में पीएलएफआई और पुलिस में मुठभेड़ हुई थी। इसमें दिनेश गोप समेत मार्टिन केरकेट्टा व दुर्गा भी शामिल था। दिनेश गोप से मार्टिन और दुर्गा के बारे में भी कई अहम जानकारियां सुरक्षा एजेंसियों को हासिल हुई हैं।
ऐसे में दुर्गा व मार्टिन दोनों ही झारखण्ड पुलिस और एनआईए के ही रडार पर थे। दिनेश की गिरफ्तारी के बाद से ही पीएलएफआई उग्रवादियों पर मैन टू मैन वर्क कर रही थी। जो किसी न किसी जिले में सक्रिय हैं।