Ranchi:आर्मी जवान मनोहर ने AK-47 से बुधराम और मनोज के सीने में मार दी थी गोली…दो गिरफ्तार..
राँची।राँची जिले के नगड़ी थाना क्षेत्र में हुए दोहरे हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बीते मंगलवार की रात करीब 9 बजे मनोज कच्चप और बुधराम मुंडा की सोने में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।इस सनसनीखेज मामले में दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।लेकिन गिरफ्तारी के बाद जो खुलासा हुआ इससे राँची पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कम्प मचा दिया है।पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मनोज और बुधराम की हत्या एके-47 राइफल से की गई थी।पुलिस ने एके 47 राइफल भी बरामद कर लिया है।राँची पुलिस की स्पेशल ने कांड के मुख्य आरोपी सहित दो को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के गिरफ्त में आये दोनों अपराधियों ने बड़ा खुलासा किया है।गिरफ्तार अपराधियों में एक सेना का जवान है जो मुख्य आरोपी है। सेना के जवान मनोहर टोपनो ने ही साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था।मनोहर भारतीय सेना में था और उसकी तैनाती जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में थी।कुछ महीने पहले वह अपने यूनिट से एके 47 राइफल चोरी कर राँची आया था और मंगलवार को उसी राइफल से मनोहर टोपनो ने मनोज और बुधराम की गोली मार कर हत्या कर दी थी।राँची के नगड़ी पुलिस ने मनोहर टोपनो और सुनील कच्छप को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से एके 47 और कुछ कारतूस बरामद कर लिया गया है।जबकि एक अपराधी फरार है।
पुलिस ने बताया कि दोहरे हत्याकांड को जमीन विवाद में अंजाम दिया गया था।सेना के जवान मनोहर टोपनो ने 2016 में मृतक बुधराम के भाई को दो लाख रुपए 26 डिसमिल जमीन खरीदने के लिए दिए थे। इसी बीच बुधराम के भाई की एक्सीडेंट में मौत हो गई।उसके बाद जब भी सेना का जवान अपनी जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए बुधराम के पास जाता तो वह आनाकानी करता है।इसी बीच एक बार फिर से बुधराम ने सेना के जवान से 2 लाख लिया और कहा कि इस बार वह उसकी जमीन रजिस्ट्री कर देगा।लेकिन दोबारा पैसे लेने के बाद भी उसने आर्मी जवान को जमीन रजिस्ट्री नहीं की इसके बाद जवान ने उसकी हत्या की प्लानिंग की और अपने एक साथी जवान का AK-47 राइफल चोरी कर उसे अपने एक दोस्त के जरिए राँची मंगवाया और उसी राइफल से बुधराम को मार डाला।वहीं इस वारदात मारे गए मनोज की हत्या आर्मी जवान नहीं करना चाहता था,लेकिन वह बुधराम को मारने के दौरान बीच बचाव में आ गया और पहचान लिया जिसकी वजह से उसकी भी हत्या करनी पड़ी।आर्मी जवान बीते माह ही छुट्टी लेकर राँची आया था।