स्वीमिंग पूल में नहाने के दौरान युवक की मौत,युवक डेढ़ साल से सीआईपी में थे कार्यरत, 22 नवंबर को थी शादी…

 

राँची।राजधानी राँची के बरियातू स्वीमिंग पूल में शनिवार की सुबह नहाने के दौरान सीआईपी के साइकोलॉजिस्ट आशुतोष उपाध्याय की मौत हो गई। आशुतोष के परिजन अजीत मिश्रा ने रविवार को कहा कि हमें आशुतोष के सहयोगियों से घटना की जानकारी मिली। इसके बाद हम स्वीमिंग पुल पर पहुंचे। वहां सीसीटीवी फुटेज देखा।उन्होंने कहा कि आशुतोष काफी देर से स्वीमिंग कर रहा था। जब वह दूसरी बार कूदा तो कुछ देर बाद उसका शरीर शिथिल हो गया। करीब 8 से 9 मिनट तक वह पानी में ही शांत पड़ा रहा। उसे पानी से निकालने में देरी की गई। अगर समय रहते पानी से निकाल कर आशुतोष को अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी।

करीब डेढ़ साल पहले आशुतोष का चयन सीआईपी में असिस्टेंट साइकोलॉजिस्ट के पद पर हुआ था। इसी साल 22 नवंबर को शादी होने वाली थी। आशुतोष के माता-पिता बरेली में रहते हैं। रविवार सुबह वे राँची पहुंचे। पिता सेना से रिटायर हैं। आशुतोष की एक छोटी बहन है। रविवार देर शाम शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक आवास गाजीपुर उत्तरप्रदेश ले जाया गया। आज सोमवार को अंतिम संस्कार होगा।

इधर,आशुतोष उपाध्याय के शव को शाम करीब 4.30 बजे सीआईपी परिसर में लाया गया। यहां उनके सहकर्मी, अधिकारी व दोस्तों ने दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी। परिसर में करीब 150 लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे थे।

स्वीमिंग के दौरान मिर्गी आने या मैसिव हार्ट अटैक होने से हो सकती है मौत– डॉ.विजय मिश्रा, क्रिटिकल केयर

स्वीमिंग के दौरान किसी की मौत के कई कारण हो सकते हैं, पर जबतक मरीज की पूरी हिस्ट्री की जानकारी नहीं होगी, कुछ कहा नहीं जा सकेगा। चूंकि बगैर किसी कारण किसी 26-27 साल के लड़के की अचानक जान चले जाना गंभीर विषय है। हालांकि कुछ संभावित कारण हो सकते हैं, उनमें एक तो पानी में संभावना है कि मिर्गी का झटका लगना, जिसे किसी ने नोटिस नहीं किया होगा।चूंकि पानी में मिर्गी के झटके अचानक आते हैं, इस वजह से भी जान जा सकती है। लेकिन इसमें भी यह बात है कि अचानक किसी को मिर्गी क्यों आएगी? अगर उसकी पहले से हिस्ट्री है तो ही ऐसा हो सकता है। एक बड़ा कारण है कि पानी में तैरने के दौरान मैसिव हार्ट अटैक आया हो। यदि पोस्टमॉर्टम होता है तो कारण स्पष्ट हो सकेगा।