महिला हाेमगार्ड ने डाॅक्टराें पर प्राइवेट पार्ट छूने व बंधक बनाकर मारपीट का लगाया आराेप, काेत में रखे हथियार भी लूटने का किया प्रयास–
–महिला हाेमगार्ड ने रिम्स के 10 जुनियर डाॅक्टर के खिलाफ दर्ज कराई नामजद प्राथमिकी, प्रारंभिक जांच में दाेषी पाए गए ताे भेजे जाएंगे जेल
राँची।राजधानी राँची के रिम्स में जुनियर डाॅक्टर व हाेमगार्ड जवान के साथ हुए मारपीट की घटना के बाद पुलिस ने 10 जुनियर डाॅक्टराें के खिलाफ संगीन धाराओ में नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। रिम्स स्थित काेत संतरी की ड्यूटी में तैनात महिला हाेमगार्ड के बयान पर पुलिस ने जुनियर डाॅक्टराें पर प्राइवेट पार्ट छूने के अलावा बंधकर बनाकर मारपीट करने के आराेप में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। 27 अगस्त की रात 11:45 बजे दर्ज कराए गए प्राथमिकी में महिला हाेमगार्ड ने बताया है कि वह रात 8 बजे स्टेडियम स्थित काेत संतरी के ड्यूटी में तैनात थी। 2 लड़का व 2 लड़की समेत 4 विद्यार्थी आए और स्टेडियम का मेन गेट खाेलने काे कहा। रिम्स द्वारा अस्थाई गेट बनवाया गया है जहां सारे हथियार रखे हुए हैं जिसकी वजह से सभी काे राेका। चाराे विद्यार्थियाें ने खूद काे रिम्स का स्टूडेंट्स बताया जिसके बाद उनसे आईडी कार्ड की मांग की। आईडी कार्ड मांगते ही सभी भड़क गए और बदसलूकी करते हुए गाली-गलाैज करने लगे। अनपढ़ गवार कहते हुए बाेला कि तुम आदिवासी हमलाेग काे सिखाओगे, रूकाे बताते हैं कहते हुए वहां से चले गए। फिर 10:30 बजे डा.अंकित, डा. प्रवीन, डा. निरज, डा. पंकज, डा. प्रलय, डा. अनिक रंजन, डा. अमन, डा. नजाला, डा. दीक्षा और डा. प्रियंका बैरक में पहुंचकर गाली-गलाैज करने लगे। इस दाैरान अन्य सहकर्मी बीच-बचाव करने पहुंचे ताे डा. अंकित, डा. प्रवीन, डा. निरज, डा. पंकज, डा. प्रलय, डा. अनिक रंजन और डा. अमन प्राइवेट पार्ट छूने लगे। सभी काेत के अंदर घुस गए और हथियार लूटने का प्रयास करते हुए मारपीट करने लगे। जान बचाकर भाग खड़े हुए ताे पीछे से दाैड़ाते हुए मेन गेट तक पीछा किया। वहां हाेमगार्ड के कुछ जवानाें काे बंधक बना लिया। पुलिस ने इन 10 जुनियर डाॅक्टराें और 150 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी संगीन धाराओ के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में दाेषी पाए गए ताे सभी का जेल जाना तय है।
इन धाराओ के तहत दर्ज की गई है प्राथमिकी
बीएनएस 132 : यह धारा लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला करना।
बीएनएस 294 : अश्लील हरकत करना।
बीएनएस 76 : महिला के कपड़े उतारने के इरादे से उस पर हमला करना।
बीएनएस 117 (2) : गंभीर चाेट पहुंचाना।
बीएनएस 127 (2) : किसी व्यक्ति को गलत तरीके से बंधक बनाना।
बीएनएस 151 (2) : सशस्त्र बल का सदस्य आदेश के पालन किया है तो यह नहीं समझा जाए कि उसने ऐसा करके कोई अपराध किया।
बीएनएस 152 : भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाला किया गया कार्य।
बीएनएस 310 (5) : जो कोई डकैती करने के प्रयोजन से एकत्रित पांच या अधिक व्यक्तियों में से एक हो।
3(1)(X) अनुसुचित जाती एवं अनुसुचित जनजाति (नृशंसता विवरण) अधिनियम, 1989 (संशाेधन 2015, 2018) : जातिसुचक शब्द का प्रयाेग करते हुए गाली-गलाैज करना।
डीन स्टुडेंट वेलफेयर भी किए हैं शिकायत, अज्ञात पर दर्ज की गई है प्राथमिकी
मारपीट की घटना के बाद रिम्स प्रबंधन की ओर से डीन स्टुडेंट्स वेलफेयर डा. शिव प्रय ने भी लिखित शिकायत की थी जिसके बाद पुलिस ने 50 अज्ञात हाेमगार्ड जवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। दर्ज प्राथमिकी में 10 जुनियर डाॅक्टर के घायल हाेने की जानकारी दी गई थी जिसमें 5 काे गंभीर चाेट लगी थी। डीन स्टुडेंट्स वेलफेयर की शिकायत पर पुलिस बीएनएस की धारा 115(2)/118(1)/127(2)/3 (5) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने इसे काउंटर केस मानते हुए 28 अगस्त काे दर्ज किया है।
क्या था मामला:
रिम्स परिसर की सुरक्षा में तैनात हाेमगार्ड जवान व जुनियर डाॅक्टराें के बीच 27 अगस्त की देर शाम स्टेडियम गेट पर कहासुनी हुई थी। दाेनाें पक्ष काे समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया था। हालांकि रात लगभग 10:30 बजे फिर दाेनाें पक्ष आमने-सामने आ गए जिसके बाद विवाद बढ़ गया। देखते ही देखते काफी संख्या में जुनियर डाॅक्टर भी माैके पर जमा हाे गए। हाेमगार्ड जवान व जुनियर डाॅक्टर एक दूसरे के साथ मारपीट करना शुरू कर दिए। हाेमगार्ड जवान खूद काे कमजाेर पड़ता देख भाग खड़े हुए थे जिसके बाद घटना की जानकारी बरियातू थाने काे दी गई थी। इसके बाद दाेनाें पक्ष की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।